अंडरग्राउंड हुए तबलीगी जमात के मौलाना साद, दिल्ली क्राइम विभाग कर रहा छापेमारी
nizamuddin markaz मामले में मुख्य आरोपी और Tabligi Zamat के मुखिया मौलाना साद को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक मौलाना साद अंडरग्राउंड हो गये हैं, पुलिस उन्हें जल्द ही ढूंढ निकालेगी. हालांकि इससे पहले खबर आयी थी कि दिल्ली पुलिस उन्हें अभी 14 दिन गिरफ्तार नहीं करेगी.
नयी दिल्ली : निजामुद्दीन मरकज मामले में मुख्य आरोपी और तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक मौलाना साद अंडरग्राउंड हो गये हैं, पुलिस उन्हें जल्द ही ढूंढ निकालेगी. हालांकि इससे पहले खबर आयी थी कि दिल्ली पुलिस उन्हें अभी 14 दिन तक गिरफ्तार नहीं करेगी. पुलिस 14 दिन उन्हें पूछताछ के लिये बुलायेगी.
दिल्ली पुलिस ने भेजा नोटिस– इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद को नोटिस जारी किया था, जिसमें तबलीगी जमात से जुड़े 26 सवाल थे. साद ही दिल्ली पुलिस ने साथ से तबलीगी जमात का पेन आईडी, बैंक अकाउंट इत्यादि की जानकारी भी मांगी है. नोटिस में मौलान साद से जुड़े कई सवाल भी पूछे गये हैं. पुलिस ने पूछा कि 12 मार्च 2020 के बाद मरकज में कौन-कौन लोग आये इसकी डीटेल जानकारी दी जाये.
Also Read: ‘सरकार का करें सहयोग, घरों से न निकले बाहर’ तबलीगी जमात के मौलाना साद का बदला सुर
जारी किया था ऑडियो– मौलान साथ ने एफआईआर दर्ज होने के बाद गुरूवार को उनक एक कथित ऑडियो जारी हुआ था, जिसमें वे जमात के लोगों से सरकार का सहयोग करने की अपील क रहे थे. मौलान साद अपने अपील में लोगों से कह रहे थे, ‘दिल्ली में डॉक्टरों की सलाह पर क्वारैंटाइन हूं. जमात के सभी सदस्यों से अपील करता हूं कि वे देश में जहां कहीं भी हो कानून का पालन करें और अपने घरों में ही रहें. साथ ही सरकार के निर्देशों का पालन करें और कहीं पर एकसाथ एकत्रित ना हों.’
पुलिस को शक मौलाना भी कोरोना संक्रमित– दिल्ली पुलिस के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो पुलिस को शक है कि मौलाना साद भी कोरोना से संक्रमित हैं और उन्होंने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है. हालांकि मौलाना ने ऑडियो जारी क खुद को स्वस्थ्य बताया था.
कौन है मौलाना साद – मौलाना साद तबलीगी जमात के प्रमुख हैं. उनपर आरोप है कि वे दिल्ली में बंदी के दौरान भी उन्होंने अपने जमात के कार्यक्रम करवायें, जिसमें हजारों लोग मौजूद थे. बाद में कार्यक्रम में शामिल होने वाले 10 लोग कोरोना के कारण मारे गये, जिसके बाद सरकार और दिल्ली पुलिस एक्शन में आयी.