Mauni Amavasya 2021 : हरिद्वार में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, चमोली आपदा का गंगा स्नान पर दिखा ऐसा असर
Mauni Amavasya 2021 : कोहरे (Fog) और कड़ाके की सर्दी के बावजूद गंगा स्नान (ganga holy dip) को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला. हरकी पैड़ी और अन्य गंगा घाटों पर स्नान के लिए इस बार नदी में करीब चार फुट पानी उपलब्ध है लेकिन पानी के साथ सिल्ट होने की वजह से श्रद्धालुओं को असुविधा हुई.
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चमोली आपदा का गंगा स्नान पर दिखा असर, पानी हुआ मटमैला
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पिछले पर्व स्नान के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या रही कम
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हरियाणा, गुजरात और राजस्थान के श्रद्धालुओं की संख्या रही ज्यादा
Mauni Amavasya 2021 : मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर गंगा स्नान (Holy dip in ganga) को आज बृहस्पतिवार को हरिद्वार (Haridwar) में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. हालांकि पिछले पर्व स्नान मकर संक्रांति के मुकाबले इस बार श्रद्धालुओं की संख्या कम रही है. कोविड-19 के नियमों की सख्ती का प्रचार प्रसार इसकी मुख्य वजह बताई जा रही है. चमोली आपदा का असर भी इस बार स्नान पर दिखाई दिया.
पिछली बार के मुकाबले इस बार पुलिस बैरियर की संख्या बढ़ा दी गई है. हरकी पैड़ी पर रैंडम सैंपलिंग के साथ ही हर श्रद्धालु की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. इस बार हरियाणा, गुजरात और राजस्थान के श्रद्धालु अधिक संख्या में पहुंचे हैं.
कोहरे और कड़ाके की सर्दी के बावजूद गंगा स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला. हरकी पैड़ी और अन्य गंगा घाटों पर स्नान के लिए इस बार नदी में करीब चार फुट पानी उपलब्ध है लेकिन पानी के साथ सिल्ट होने की वजह से श्रद्धालुओं को असुविधा हुई.
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श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी के साथ-साथ मास्क लगाने को कहा जा रहा है. केंद्र और प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के अनुसार प्रशासन ने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को आरटीपीसीआर जांच कराने के बाद ही गंगा स्नान को आने की सलाह दी थी, इस पर नजर रखने के लिए रैंडम सैंपलिंग की जा रही है.