आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले पर चुनाव में टिकट के बदले रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगा है. भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) की टीम ने इस आरोप में आप विधायक के साले और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है.
आप विधायक के साले पर टिकट के बदले 90 लाख रुपये लेने का लगा आरोप
बताया जा रहा है कि आप के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले और उसके दो सहयोगियों ने नगर निकाय चुनाव में एक पार्टी कार्यकर्ता की पत्नी को टिकट देने के एवज में कथित तौर पर 90 लाख रुपये की रिश्वत लिये.
#WATCH | Even if someone is paying money for a ticket & someone else is taking it, tickets are not sold in AAP. This is what this sequence of events has proven. Someone paid money & someone took it as well, but no tickets were actually sold: AAP Leader&Delhi Dy CM Manish Sisodia pic.twitter.com/wOidm2AfUB
— ANI (@ANI) November 16, 2022
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बोले- आप में टिकट नहीं बिकते
आप नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने टिकट के बदले रिश्वत के मामले में कहा, अगर टिकट के लिए कोई पैसे दे रहा है और कोई ले रहा है तो भी आप में टिकट नहीं बिकते. घटनाओं के इस क्रम ने यही सिद्ध किया है. किसी ने पैसे दिए और किसी ने ले भी लिए, लेकिन वास्तव में कोई टिकट नहीं बिका.
ऐसे आया मामला सामने
मालूम हो टिकट के बदले रिश्वत लेने का मामला तब सामने आया जब गोपाल खारी नाम का एक व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर एसीबी के पास पहुंचा. खारी ने दावा किया कि वह साल 2014 से आप से एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जुड़ा हुआ है. एसीबी ने बताया कि खारी ने पिछले बुधवार को मॉडल टाउन के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी से मुलाकात कर अपनी पत्नी को कमला नगर के वार्ड नंबर 69 से पार्षद चुनाव के लिए आप’ का टिकट दिलाने का अनुरोध किया था. एसीबी के मुताबिक, त्रिपाठी ने टिकट के बदले कथित तौर पर 90 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसके बाद खारी ने उन्हें 35 लाख रुपये का भुगतान किया था. शिकायत के अनुसार, त्रिपाठी के कहने पर खारी ने ‘आप’ विधायक राजेश गुप्ता को भी 20 लाख रुपये दिए थे. इसमें दावा किया गया है कि खारी ने त्रिपाठी से कहा था कि वह बाकी राशि का भुगतान टिकट मिलने के बाद करेगा.
उम्मीदवारों की सूची में पत्नी का नाम नहीं दिखने पर आप नेता ने की शिकायत
एसीबी के मुताबिक, हालांकि रविवार को जारी उम्मीदवारों की सूची में खारी को अपनी पत्नी का नाम नहीं दिखा और उसने जिस वार्ड से टिकट मांगा था, उस पर आप ने किसी और को प्रत्याशी घोषित किया था. शिकायत के अनुसार, बाद में त्रिपाठी के साले ओम सिंह ने खारी से संपर्क किया और भरोसा दिलाया कि उन्हें अगले चुनाव में टिकट दिया जाएगा. शिकायत के मुताबिक, सिंह ने खारी को रिश्वत की रकम लौटाने की पेशकश भी की. एसीबी के अनुसार, सोमवार और मंगलवार की रात को उसने खारी के घर पर जाल बिछाकर सिंह और उसके सहयोगियों-शिव शंकर पांडे तथा प्रिंस रघुवंशी को गिरफ्तार कर लिया, जो खारी को त्रिपाठी द्वारा लिए गए 33 लाख रुपये लौटाने पहुंचे थे.
एसीबी कर रही मामले की जांच
एसीबी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने रिश्वत की राशि के भुगतान और वापसी के दौरान हुई कथित बातचीत की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी पेश की है. भ्रष्टाचार निरोधी शाखा ने कहा कि पूरे मामले का पता लगाने और सबूत इकट्ठा करने के लिए जांच की जा रही है.