MCD Elections: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के गाजीपुर लैंडफिल साइट के दौरे का विरोध कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को ‘केजरीवाल वापस जाओ’ के नारे लगाए. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आगामी चुनावों से पहले केजरीवाल का राष्ट्रीय राजधानी के सबसे बड़े कूड़े के ढेर में जाना तय हुआ है. केजरीवाल की आम आदमी पार्टी एमसीडी के गठन के बाद पहली बार नगर निगम चुनाव से पहले दिल्ली में तीन लैंडफिल साइटों के कुप्रबंधन को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रही है. उस एकीकृत एमसीडी के चुनाव इस साल के अंत तक या 2023 की शुरुआत में होने की संभावना है.
#WATCH | Delhi BJP workers & AAP workers came face to face & raised slogans against each other in Ghazipur today.
— ANI (@ANI) October 27, 2022
The BJP workers were protesting against the Delhi Govt; AAP workers reached there soon after and raised slogans against them.
Police personnel present at the spot. pic.twitter.com/OrCgYiO8OE
केजरीवाल के दौरे से पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया और नारेबाजी की, जबकि बड़ी संख्या में जमा हुए आप कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की. आम आदमी पार्टी ने स्वच्छता को केंद्रीय मुद्दा बना दिया है और एमसीडी पर 15 साल तक शासन करने के बाद भी बीजेपी की विफलता के संकेत के रूप में “कचरे के पहाड़” की ओर इशारा किया है. हाल ही में, केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली की जनता आगामी एमसीडी चुनावों में भाजपा को नकार देगी और आप को राष्ट्रीय राजधानी को साफ करने का मौका देगी. उन्होंने बीजेपी को पिछले 15 वर्षों में किए गए कार्यों का रिकॉर्ड देने की भी चुनौती दी.
Also Read: Bhopal Gas Tragedy: क्लोरीन टैंक में गैस रिसाव होने से कई बीमार, अस्पताल में इलाज जारी, जानें अपडेटहाल ही में, आम आदमी पार्टी ने एक लैंडफिल साइट पर कचरा प्रसंस्करण के लिए एक कंपनी को टेंडर आवंटित करने के कारण एमसीडी द्वारा 84 करोड़ रुपये के घोटाले या नुकसान का भी आरोप लगाया. इस आरोप में कहा गया कि निविदाएं 2020 में ‘फुलाए हुए दर’ पर प्रदान की गईं. 2017 में, बीजेपी ने तत्कालीन दक्षिण, उत्तर और पूर्वी दिल्ली नगर निगमों में 272 सीटों में से 181 सीटें जीती थीं. यूनिफाइड एमसीडी में सीटों की संख्या 250 निर्धारित की गई है.