Meghalaya Earthquake: मेघालय में महसूस किये गए भूकंप के झटके, सप्ताह भर में तीसरी घटना दे रहा कोई संकेत!

Meghalaya Earthquake- जानकारी हो कि भूकंप शिलांग, पूर्वी खासी हिल्स जिला मुख्यालय, रि-भोई और असम के कामरूप मेट्रोपोलिटन जिले के कुछ हिस्सों में महसूस किया गया है. हालांकि, इस भूकंप से किसी के तत्काल हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है.

By Aditya kumar | February 16, 2023 3:34 PM
an image

Meghalaya Earthquake: भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में भूकंप की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है. मेघालय में गुरुवार को भूकंप के झटके महसूस किये गए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.9 मापी गयी. जानकारी हो कि बीते एक सप्ताह में पूर्वोत्तर भारत में इस तरह की यह तीसरी घटना सामने आ रही है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप सुबह करीब नौ बजकर 26 मिनट पर आया था और इसका केंद्र पूर्वी खासी हिल्स में 46 किलोमीटर की गहराई में बताया जा रहा है.

भूकंप शिलांग, पूर्वी खासी हिल्स और असम के कामरूप के कुछ हिस्सों में महसूस किये गए

जानकारी हो कि भूकंप शिलांग, पूर्वी खासी हिल्स जिला मुख्यालय, रि-भोई और असम के कामरूप मेट्रोपोलिटन जिले के कुछ हिस्सों में महसूस किया गया है. हालांकि, इस भूकंप से किसी के तत्काल हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. बता दें कि पिछले रविवार और सोमवार को क्रमशः चार और 3.2 तीव्रता के दो भूकंपों की सूचना मिली थी, जिनका केंद्र मध्य असम में होजई के पास था. पूर्वोत्तर क्षेत्र एक उच्च भूकंपीय क्षेत्र में पड़ता है, जहां अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं.

Also Read: Turkey Earthquake: मलबों में जिंदगी की तलाश जारी, 212 घंटे बाद 77 वर्षीय व्यक्ति को जिंदा निकाला गया
तुर्की में 35,000 से अधिक लोगों की मौत

बता दें कि इन दिनों तुर्की और सीरिया भूकंप के विनाश से त्रस्त है. ऐसे में तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने घोषणा की कि पिछले सप्ताह आए भूकंप के कारण देश में अब तक 35,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. यह 100 साल पहले देश की स्थापना के बाद से सबसे घातक आपदा है. मृतकों की संख्या में और वृद्धि होना तय है क्योंकि मलबे को हटाने का काम अब भी पूरा नहीं हुआ है. वहीं भूकंप के बाद बेघर हुए हज़ारों लोगों में से कई अभी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और ऐसे में भीषण ठंड उनके लिये और मुसीबत खड़ी कर रही है.

Exit mobile version