Meghalaya Nagaland Assembly Election 2023: नागालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को यानी आज विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न कराया जाएगा. दोनों राज्यों में कड़ी सुरक्षा के बीच आज वोटिंग कराने को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. मतदान के बाद मेघालय, नगालैंड के साथ-साथ त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के नतीजे भी 2 मार्च को घोषित कर दिए जाएंगे.
नागालैंड और मेघालय में विधानसभा की 60-60 सीटें है. हालांकि, दोनों राज्यों में 59-59 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा. दरअसल, नागालैंड में अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से मात्र 2 उम्मीदवार खड़े थे. जिसमें से एक कांग्रेस उम्मीदवार खेकाशे सुमी ने 10 फरवरी को अपना नाम वापस ले लिया है. जिसके बाद यहां से बीजेपी उम्मीदवार कजेतो किनिमी निर्विरोध चुने गए. वहीं, मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहियोंग विधानसभा क्षेत्र में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) के उम्मीदवार एच डोनकुपर रॉय लिंगदोह की 20 फरवरी को मृत्यु होने से यहां मतदान नहीं होगा.
नागालैंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी शशांक शेखर ने कहा कि 59 विधानसभा क्षेत्रों के 2,315 मतदान केंद्रों पर सोमवार को वोट पड़ेंगे. नागालैंड चुनाव में 6,55,144 महिलाओं समेत करीब 13 लाख मतदाता 4 महिला उम्मीदवारों सहित 183 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे.
वहीं, मेघालय के बारह जिलों की 60 विधानसभा सीटों में से 59 पर मतदान होगा. मेघालय के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफआर खारकोंगोर ने बताया कि 59 विधानसभा क्षेत्रों के 3419 मतदान केंद्रों पर सोमवार को वोट डाले जाएंगे. मेघालय में 36 महिलाओं समेत कुल 369 उम्मीदवार मैदान में हैं. इससे पहले, 2018 के विधानसभा चुनाव में 32 महिलाओं सहित 329 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था.
नागालैंड में राष्ट्रीय और राज्य दलों के कुल 12 राजनीतिक दल चुनावी रण में हैं. सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं, कांग्रेस ने 23 उम्मीदवारों को टिकट दिया है और नागा पीपुल्स फ्रंट 22 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. आरजेडी, लोजपा के रामविलास पासवान गुट, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी और राकांपा सहित अन्य दल भी मैदान में हैं. साथ ही 19 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं.
वहीं, मेघालय में मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) दोबारा कार्यकाल हासिल करने की कोशिश कर रही है. जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए एड़ी चोटी का बल लगा दिया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने राज्य में चुनाव प्रचार किया है और पार्टी को उम्मीद है कि वह सत्ता पर काबिज होगी. तृणमूल कांग्रेस संगमा सहित कांग्रेस के अधिकतर विधायकों को पार्टी में शामिल कर रातों-रात मेघालय विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई थी. एनपीपी नीत मेघालय लोकतांत्रिक गठबंधन (MDA) के तहत 5 साल सरकार चलाने वाली बीजेपी अकेले मैदान में है और इस बार विधानसभा में संख्या बल बढ़ने की उम्मीद कर रही है. वहीं, पिछले विधानसभा में जीतने वाले कांग्रेस के सभी विधायकों के पाला बदल लेने के बाद पार्टी को उम्मीद है कि इस बार नए चेहरों के साथ चुनाव मैदान में उसकी स्थिति मजबूत रहेगी.