नयी दिल्ली : 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलायी है. इसको लेकर गुपकार संगठन (Gupkar Alliance) के नेताओं ने आज नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के आवास पर बैठक की. बैठक के बाद महबूबा मुफ्ती (Mehbooba mufti) ने अजीब मांग रख दी है. सीएनएन न्यूज 18 की खबर के मुताबिक महबूबा ने कहा है कि भारत को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान (Pakistan) से बात करनी चाहिए. इसके बाद बाद भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि महबूबा पड़ोसी मुल्क की भाषा बोल रही हैं.
गुपकार के नेता पीएम मोदी की बैठक में आर्टिकल 370 का मुद्दा भी उठाने वाले हैं. एक समय भाजपा के साथ जम्मू-कश्मीर में सरकार चलाने वाली पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने अब पाकिस्तान राग अलापना शुरू कर दिया है. गुपकार की बैठक के बाद एक बयान में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से भी बात करनी चाहिए. महबूबा ने कहा है कि जब पीएम मोदी दूसरे देशों में जाकर कश्मीर की बात कर सकते हैं तो पाकिस्तान से बात क्यों नहीं करनी चाहिए.
पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन की बैठक के फारूक अब्दुल्ला के आवास पर हुई. गुप्कर एलायंस के सदस्य मुजफ्फर शाह ने कहा कि हमने आज पीएम की बैठक और उसके एजेंडे पर फैसला किया. हम 35ए और धारा 370 के बारे में भी बात करेंगे. इस बैठक में महबूबा मुफ्ती, मोहम्मद तारिगामी और फारूक अब्दुल्ला को पीएम मोदी की बैठक में शामिल होने के लिए चुना गया.
गुपकर गठबंधन के सदस्य मुजफ्फर शाह ने कहा कि हम बैठक में अनुच्छेद 370 और 35A पर कोई समझौता नहीं कर सकते. गुपकर के नेताओं ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि कि सर्वदलीय बैठक का कोई एजेंडा हमें नहीं बताया गया है. सरकार को बताना चाहिए कि आखिर किस मुद्दे पर वह बात करना चाहती है. ऐसे में हम अपन एजेंडा लेकर सरकार के पास जायेंगे. उन्हें यह गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि हम उनके एजेंडे पर सहमत हो जायेंगे.
महबूबा मुफ्ती के बयान के बाद भाजपा ने हमला बोला है. केंद्र की सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि महबूबा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की भाषा बोल रही हैं. गुपकर के नेताओं ने कहा कि हम केंद्र सरकार से कोई चांद तारा तो मांगेंगे नहीं. हम अपने आवाम की वकालतनामा लेकर जायेंगे. जो हमारा है, हम उसी की मांग करेंगे. पहले से हमें जो हक मिले हैं, वो हमें लौटाया जाए.