महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को जोरदार झटका लगा है. पार्टी के संस्थापक सदस्य मुजफ्फर हुसैन बेग ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव में सीट बंटवारे में असहमति को लेकर इस्तीफा दिया है.
पार्टी सूत्रों ने कहा कि बेग ने पीडीपी संरक्षक महबूबा मुफ्ती को पार्टी छोड़ने के फैसले के बारे में बता दिया है. वह 1998 में पीडीपी की स्थापना के वक्त से पार्टी से जुड़े हुए हैं. बेग तत्काल टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि वह पीपुल्स एलांयस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) द्वारा सीट बंटवारे, खासकर उत्तर कश्मीर में सीट बंटवारे को लेकर नाराज हैं. पीएजीडी में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और माकपा शामिल है.
इस बीच मुफ्ती ने ट्वीट किया कि पीएजीडी को जम्मू कश्मीर के लोगों की पहचान की रक्षा करने के लिए बनाया गया है जिसपर अगस्त 2019 से लगातार हमला किया जा रहा है. ऐसा मानना कि इसका गठन चुनाव में बढ़त हासिल करने या पार्टी के हितों को आगे बढ़ाने के लिए किया गया है तो यह गलत है. कांग्रेस ने भी पीएजीडी को अपना समर्थन दिया है. जम्मू-कश्मीर में 28 नवंबर से 24 दिसंबर के बीच आठ चरणों में डीडीसी चुनाव कराए जाएंगे.
भारत-पाकिस्तान राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठ वार्ता की पहल करें : इधर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि भारत एवं पाकिस्तान अपनी राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठें और संवाद की पहल करें. नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दोनों ओर बढ़ रही हताहतों की संख्या को देखना दुखद है. महबूबा मुफ्ती की टिप्पणी पाकिस्तान द्वारा शुक्रवार को संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के बाद दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा पर हुई भारी गोलाबारी के बाद आई है. नियंत्रण रेखा पर हुई भारी गोलाबारी की वजह से दोनों ओर से जानें गई हैं.
Posted By : Amitabh Kumar