जम्मू-कश्मीर में बाहरी लोगों को वोटर लिस्ट में शामिल करने के खिलाफ PDP का विरोध, श्रीनगर में प्रदर्शन

पीडीपी के प्रवक्ता सुखैल बुखारी ने कहा कि बाहरी वोटरों को जम्मू-कश्मीर की वोटर लिस्ट में जबरदस्ती शामिल करने संबंधी भाजपा की साजिश के खिलाफ यह मार्च निकाला गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों को कुचला जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2022 2:46 PM
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श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में बाहरी मतदाताओं को वोटर लिस्ट में शामिल किए जाने के खिलाफ महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पीडीपी ने श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर में वोटर लिस्ट में गैर-स्थानीय मतदाताओं को शामिल करने के खिलाफ शुक्रवार को यहां विरोध मार्च निकाला. पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी के नेतृत्व में कई नेताओं ने यहां शेर-ए-कश्मीर पार्क के निकट पार्टी के मुख्यालय से मार्च शुरू किया.

कश्मीरी लोगों के खिलाफ भाजपा की साजिश

पीडीपी के प्रवक्ता सुखैल बुखारी ने कहा कि बाहरी वोटरों को जम्मू-कश्मीर की वोटर लिस्ट में जबरदस्ती शामिल करने संबंधी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साजिश के खिलाफ यह मार्च निकाला गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों को कुचला जा रहा है. उन्होंने मीडिया से कहा कि वे जम्मू-कश्मीर के लोगों की पहचान और लोकतांत्रिक अधिकारों को बदलने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोग इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे.

जम्मू-कश्मीर के लोग नहीं करेंगे बर्दाश्त

सुखैल बुखारी ने आगे कहा कि पीडीपी के नेता शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के जरिए गुरुवार को पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती द्वारा कही गई बातों को दोहराना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि विरोध मार्च का उद्देश्य यह संदेश देने की कोशिश है कि जम्मू-कश्मीर के लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला द्वारा सोमवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बारे में बुखारी ने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि सभी राजनीतिक दल और जम्मू-कश्मीर के लोग हमारी पहचान तथा अधिकारों पर हुए इस हमले से निपटने के लिए एक साथ आएंगे.

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मताधिकार के प्रयोग में किसी को रोक-टोक नहीं

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) हिरदेश कुमार ने गुरुवार को इस बात का ऐलान किया कि घाटी में गैर-स्थानीय मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. चुनाव आयोग की ओर से बाहरी लोगों को भी मतदान करने का अधिकार दिया गया है. इसमें कर्मचारी, मजदूर, छात्र या दूसरे राज्यों के प्रवासी नागरिकों को भी जम्मू-कश्मीर की वोटर लिस्ट में शामिल किया जाएगा. यहां तक कि घाटी में काफी समय से किराए पर रहने वाले लोग भी वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल कराने के बाद मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं.

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