पंजाब नेशनल बैंक से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करके फरार हुआ मेहुल चोकसी डोमेनिका की जेल में बंद है. भारत लाने के लिए उसे हवाई जहाज वहां पहुंच चुका है लेकिन वहां की अदालत में इस पूरे मामले पर फैसला आने में वक्त लग रहा है यही कारण है कि चोकसी को भारत लाने में भी देरी हो रही है.
भारत इस मामले पर कड़ी नजर रख रहा है और चोकसी को वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहा है. 3 जून को को भी डोमेनिका की अदालत में चल रही सुनवाई किसी फैसले तक नहीं पहुंची. इस पूरे मामले पर कोर्ट ने आपसी सहमति बनाकर कोर्ट को बताने का आदेश दिया है.
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कोर्ट इसके बाद ही याचिका पर सुनवाई के लिए तारीख तय कर सकता है. जज बर्नी स्टीफानसन ने मेहुल के वकीलों की तरफ से पुलिस प्रमुख व अटॉर्नी जनरल से इस मामले में देर से दाखिल हलफनामों के सवाल पर स्पष्टीकरण की भी मांग की है इसके साथ- साथ सरकारी वकीलों के पूछे गये सवालों के जवाब भी दूसरे पक्ष से दाखिल करने का आदेश दिया है.
कोर्ट का कहना है कि दोनों तरफ से जवाब आने के बाद ही इस मामले की सुनवाई आगे बढ़ेगी. एक तरफ कोर्ट की सुनवाई का पेंच फंसा है तो दूसरी तरफ चोकसी जेल में बंद है उसे राजधानी रोसाउ स्थित डोमेनिका-चायना अस्पताल में हिरासत में रखा गया है.
ध्यान रहे कि चोकसी की जमानत याचिका पहले ही खारिज कर दी गयी है निचली अदालत ने यह फैसला लिया है. इस याचिका में मेहुल चोकसी को निर्दोष बताने की कोशिश की गयी थी जबकि चोकसी पर वहां कई गंभीर आरोप लग रहे हैं.
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यहां से रिहाई के लिए मेहुल चोकसी भारी रकम खर्च कर रहा है. उसके वकील किसी तरह उसे बचाकर एंटीगुआ वापस लाना चाहता है जहां के नागरिक होने के साथ- साथ चोकसी कानूनी अधिकार का दावा कर रहा है तो दूसरी तरफ एंटीगुआ भी इस पक्ष में चोकसी से पीछा छुड़ाया जाये और उसे भारत वापस भेज दिया जाये. भारत भी इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के साथ इस पूरे मामले पर नजर बनाये हुए है और फिराक में है कि कब मेहुल चोकरी को भारत लाने की इजाजत मिले.