भगोड़े मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए डोमेनिका गई सीबीआई, शारदा राउत टीम को कर रही हैं लीड

अगर डोमेनिका की अदालत मेहुल चोकसी के निर्वासन का आदेश देती है, तो उसे भारतीय अधिकारियों की टीम एक निजी जेट द्वारा नई दिल्ली लाएगी और फिर लैंडिंग के बाद उसे शारदा राउत द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा. खबर के अनुसार, भारतीय अधिकारियों ने डोमिनिकन अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बुधवार को सुनवाई के लिए भारत के मामले का दृढ़ता से प्रतिनिधित्व किया जाए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2021 5:04 PM

नई दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक घोटाला (पीएनबी घोटाला) मामले में शामिल भारत के भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम डोमेनिका पहुंच गई है. सीबीआई की इस टीम में कुल 6 अधिकारियों को शामिल किया गया है, जिसका नेतृत्व शारदा राउत कर रही हैं.

सूत्रों के हवाले से इंडिया टूडे ने खबर दी है कि अगर डोमेनिका की अदालत मेहुल चोकसी के निर्वासन का आदेश देती है, तो उसे भारतीय अधिकारियों की टीम एक निजी जेट द्वारा नई दिल्ली लाएगी और फिर लैंडिंग के बाद उसे शारदा राउत द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा. खबर के अनुसार, भारतीय अधिकारियों ने डोमिनिकन अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बुधवार को सुनवाई के लिए भारत के मामले का दृढ़ता से प्रतिनिधित्व किया जाए.

सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से बुधवार शाम को डोमिनिकन कोर्ट में मेहुल चोकसी की आपराधिक गतिविधियों के विवरण के साथ एक हलफनामा दायर किया जाएगा, जिसमें बताया जाएगा कि वह कैसे एक भारतीय नागरिक है और किस आधार पर उसे भारत निर्वासित किया जाना चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा कि डोमिनिकन अभियोजकों के जरिए ईडी और सीबीआई अदालत को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि उनकी हिरासत में रखा गया व्यक्ति जनवरी 2018 से भारत में वांछित आरोपी है और इंटरपोल द्वारा रेड नोटिस के आधार पर उसे तुरंत भारत भेज दिया जाना चाहिए. अदालत को यह भी बताया जाएगा कि नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता लेने वाला मेहुल चोकसी ने कभी भी भारत की नागरिकता को आत्मसमर्पण करने की प्रक्रिया पूरी नहीं की और आज भी वह एक भारतीय नागरिक है.

सूत्रों ने कहा है कि केंद्रीय वित्तीय जांच एजेंसी डोमिनिका में मौजूद सीबीआई अधिकारियों के संपर्क में है और मेहुल चोकसी के खिलाफ ठोस सबूत उनके साथ साझा किए गए हैं. एजेंसी के अधिकारी यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि डोमिनिका में मेहुल चोकसी का मामला कानूनी पचड़ों में न फंसे, नहीं तो उसे भारत के लिए लंबा इंतजार करना होगा.

बता दें कि एंटीगुआ से 23 मई को रहस्यमय तरीके से गायब हुए मेहुल चोकसी को डोमिनिकन पुलिस ने अवैध रूप से उनके देश में घुसने के आरोप में गिरफ्तार किया था. मेहुल चोकसी ने आरोप लगाया है कि संभवतः भारतीय और एंटीगुआन अधिकारियों द्वारा उन्हें एंटीगुआ से अपहरण कर लिया गया था. फिर उसकी पिटाई की गई और इसके बाद डोमिनिका ले जाकर एक साजिश के तहत पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है.

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Posted by : Vishwat Sen

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