डोमिनिका कोर्ट ने मेहुल चोकसी को भारत भेजे जाने पर लगायी रोक, वकील ने किया दावा उन्हें किडनैप करने की हुई कोशिश
मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर डोमिनिकाई कोर्ट ने फिलहाल रोक लगा दी है. चोकसी के वकील ने वहां के कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की. इस याचिका में उसने कहा, चोकसी को कानूनी अधिकारों से वंचित कर दिया गया.
भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी डोमिनिका से गिरफ्तार किया गया है लेकिन अभी उसे वापस लाने में भारत को कानूनी दांवपेंच का सामना करना पड़ सकता है. चोकसी भारत ना आने के लिए अलग- अलग कहानियां बना रहा है. भारत उम्मीद कर रहा था पंजाब नेशनल बैंक से करोड़ों का घोटाला करने वाला आरोपी जल्द देश के कब्जे में होगा लेकिन भारत की उम्मीदों को झटका लगा है.
मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर डोमिनिकाई कोर्ट ने फिलहाल रोक लगा दी है. चोकसी के वकील ने वहां के कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की. इस याचिका में उसने कहा, चोकसी को कानूनी अधिकारों से वंचित कर दिया गया.
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उसे वकीलों से मिलने की इजाजत नहीं दी गयी. इस मामले में आज फिर सुनवाई हो रही है संभव है कि इस पर कोई और बड़ा फैसला आये. दूसरी तरफ यह भी खबर आ रही है मेहुल चोकसी को भारत नहीं एंटीगुआ वापस भेजा जा सकता है. चोकसी ने इस देश की नागरिकता ले रखी है.
भारत में मेहुल चोकसी के वकील ने भी चौकाने वाला दावा किया है. जिसमें कहा गया कि मेहुल चोकसी को किडनैप किया गया है, उसके शरीर पर मारपीट के निशान हैं.उसे जॉली हार्बर से कई लोगों ने उठाया था .उसे पीटा गया है,आंखें सूजी हुई थीं.
शरीर पर कई तरह के चोट के निशान थे. एंटीगुआ पुलिस ने भी इस संबंध में कहा कि किडनैप कर एक जहाज पर ले जाया गया था, जो लगभग 60-70 फीट लंबा था. इस पूरे मामले पर सुनवाई जारी है अब कोर्ट के फैसले के बाद ही यह तय होगा कि मेहुल चौकसी भारत लाया जायेगा या उसके प्रत्यर्पण को लेकर लंबी प्रक्रिया से देश को गुजरना होगा.