PM Modi News: मेरी माटी मेरा देश-अमृत कलश यात्रा के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि एक तरफ जहां हम आज एक महा उत्सव का समापन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक नए संकल्प का शुभारंभ भी कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं के लिए मेरा युवा भारत मंच की शुरुआत भी की. अमृत महोत्सव स्मारक, अमृत वाटिका का डिजिटल तरीके से शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में राष्ट्र निर्माण के लिए मेरा भारत युवा संगठन बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है. पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह दांडी यात्रा लोगों को एकसाथ लायी थी, उसी तरह आजादी के अमृत महोत्सव ने लोगों की भागीदारी के लिहाज से नया इतिहास बनाया है.
#WATCH | At the concluding ceremony of Meri Maati Mera Desh-Amrit Kalash Yatra, Prime Minister Narendra Modi says, "While we are culminating an event, on the other hand, this is the beginning of the new resolution…In the 21st century, the 'Mera Bharat Yuva' organization will… pic.twitter.com/ERDhemYl4f
— ANI (@ANI) October 31, 2023
1,000 दिन का यह उत्सव जन आंदोलन बन गया- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के समापन पर मंगलवार को कहा कि करीब 1,000 दिन का यह उत्सव जन आंदोलन बन गया और इस दरम्यान भारत ने पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने तथा महिला आरक्षण विधेयक पारित होने जैसी कई उपलब्धियां हासिल की.उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने लाखों परिवारों और गांवों को याद दिलाया कि स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भी भूमिका थी क्योंकि इसमें उन गुमनाम नायकों को श्रद्धांजलि दी गई जिनके नाम पर अब स्मारक बनाए गए हैं, भले ही उनका इतिहास की किताबों में उल्लेख न किया गया हो.
पवित्र मिट्टी का पीएम मोदी ने लगाया तिलक
वहीं, पीएम मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों से लाई गई मिट्टी को एक विशालकाय अमृत कलश में अर्पित किया और उसका तिलक भी लगाया. राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों की ओर से एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को प्रतिबिंबित करते हुए विभिन्न हिस्सों की मिट्टी दिल्ली लाई गई है. पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को एक पूर्ण विकसित देश बनाने का संकल्प दोहराया और युवाओं से इस दिशा में काम करने का आग्रह भी किया.
कार्यक्रम के दौरान मौजूद सभी लोगों ने मिट्टी की पोटली हाथ में लेकर, पिछले स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी की ओर से किए गए पंच प्रणों के आह्वान के अनुरूप भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने, गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेंकने और देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने की शपथ ली.
भाषा इनपुट से साभार