International Yoga Day: पीएम मोदी ने कहा- ऋषियों-मुनियों ने योग के लिए समत्वं योग उच्यते की दी परिभाषा
प्रधानमंत्री ने कहा योग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचना शुरू हो गया है. एक समय था जब हिमालय की गुफाओं में ऋषियों के लिए योग साधना का मार्ग था.
कोरोना महामारी ने हम सभी को यह अहसास कराया है, कि हमारे जीवन में, स्वास्थ्य का कितना अधिक महत्व है, और योग (Yoga), इसमें कितना बड़ा माध्यम है. लोग यह महसूस कर रहे हैं कि योग से शारीरिक, आध्यात्मिक और बौद्धिक कल्याण को भी कितना बढ़ावा मिलता है. यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने न्यू इंडिया के एक लेख में कही. उन्होंने कहा योग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचना शुरू हो गया है. एक समय था जब हिमालय की गुफाओं में ऋषियों के लिए योग साधना का मार्ग था.
#Yoga itself has started to reach out from person to person. There was a time when yoga was the path of spiritual practices for sages, in the caves of the Himalayas: PM @narendramodi
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— PIB India (@PIB_India) June 18, 2022
भारत ने योग से दुनिया को कराया परिचित
पीएम मोदी ने लेख में कहा, विश्व के टॉप बिजनेसमैन से लेकर फिल्म और खेल जगत की हस्तियों तक, छात्र से लेकर सामान्य मानवी तक, सभी योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बना रहे हैं. उन्होंने कहा, गीता में कहा गया है- तं विद्याद् दुःख संयोग, वियोगं योगसंज्ञितम् अर्थात्, दुखों से वियोग को ही योग कहते हैं. योग की शुरुआत भारत में हुई थी. ये ऐसी तकनीक है, जो कोई भी मुफ्त में इस्तेमाल कर सकता है. भारतीय धर्म और दर्शन में योग का अत्यधिक महत्व है. उन्होंने कहा 2014 से योग वह सेतु बनकर उभरा है, जिसने न सिर्फ भारतीय दर्शन से पूरी दुनिया को परिचित कराने का काम किया, बल्कि आज पूरी दुनिया में योग को भारत की विलक्षण शक्ति और सॉफ्ट पॉवर के रूप में देखा जाता है. ये मानवता की भलाई का वो वरदान है, जो भारत ने दुनिया को दिया है.
मानवता के लिए योग का संदेश देंगे पीएम मोदी
आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम 21 जून को कर्नाटक के मैसूर में आयोजित किया जा रहा है. इस सामूहिक योग के दौरान पीएम मोदी मानवता के लिए योग का संदेश देंगे. इस बार योग दिवस पर देश-विदेश में कुछ बेहद इनोवेटिव आयोजन किए जा रहे हैं, इन्हीं में से एक है गार्डियन रिंग है, जिसमें सूर्य की चाल(Movement of Sun) को जश्न के रूप मनाएंगे.
8 साल में प्रधानमंत्री ने दिया योग का मंत्र
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2015 में पीएम मोदी ने सद्भावशांति के लिए योग का मंत्र दिया. इस दौरान नई दिल्ली में राजपथ पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में 84 देशों के नागरिकों की भाग लिया था.
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2016 में योग का मुख्य आयोजन चंडीगढ़ में हुआ. इस दौरान पीएम मोदी ने युवाओं को योग से जुड़ने का मंत्र दिया था. इस कार्यक्रम में 30 हजार लोगों के साथ 150 दिव्यांगों ने भी हिस्सा लिया था.
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2017 में योग लखनऊ में 51 हजार प्रतिभागियों के साथ मनाया गया. इस दौरान पीएम ने स्वास्थ्य के लिए योग का मंत्र दिया, साथ ही जीवन शैली में इसके महत्व पर चर्चा की थी.
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2018 में शांति के लिए योग का मंत्र दिया. देहरादून में 50 हजार प्रतिभागियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मनाया गया.
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21 जून 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची में प्रतिभागियों के साथ योग दिवस मनाया. इस दौरान पीएम ने पर्यावरण के लिए योग का मंत्र दिया.
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कोरोना काल के दौरान साल 2020 में पीएम मोदी ने घर पर योग, परिवार के साथ योग का मंत्र दिया.
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2021 में योग फॉर वैलनेस, यानी तंदुरुस्ती का संदेश दिया. बता दें कि कोविड की वैश्विक आपदा के बीच वर्चुअली आयोजन किया गया था.