मेक्सिको की सीनेट की अध्यक्ष एना लिलिया रिवेरा ने आज यानी शुक्रवार को जी-20 संसदीय अध्यक्षों के शिखर सम्मेलन (पी20) से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ पर ‘राखी’ बांधी. अधिकारियों ने कहा कि रिवेरा ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘राखी’ बांधी और प्रधानमंत्री ने उन्हें अपना आशीर्वाद भी दिया. नौवें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया में कहीं भी और किसी भी रूप में आतंकवाद मानवता के खिलाफ है और संघर्षों से किसी को फायदा नहीं होता है.
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यह समय शांति और भाईचारे का है, क्योंकि एक विभाजित दुनिया बड़ी वैश्विक चुनौतियों का समाधान नहीं दे सकती है. इस कार्यक्रम में जी 20 सदस्यों और आमंत्रित देशों की संसदों के अध्यक्ष भाग ले रहे हैं. इस पी20 शिखर सम्मेलन के दौरान सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्म, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) में तेजी लाने और टिकाऊ ऊर्जा की ओर बढ़ने से लोगों के जीवन में परिवर्तन से संबंधित चार विषयों पर सत्र केंद्रित होंगे.
VIDEO | Ana Lilia Rivera, President of the Mexican Senate, tied a 'rakhi' to PM Modi earlier today at the P20 Summit in Delhi.
(Source: Third Party) pic.twitter.com/fNRJ6ePPK9
— Press Trust of India (@PTI_News) October 13, 2023
युद्ध से किसी का फायदा नहीं- पीएम मोदी
इधर, पी 20 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इजराइल-हमास युद्ध के बीच शुक्रवार को कहा कि दुनिया में जहां कहीं भी आतंकवाद है चाहे वह किसी भी रूप में हो, मानवता के विरुद्ध है और संघर्षों से किसी को फायदा होने वाला नहीं है. मोदी ने जोर दिया कि यह वक्त शांति और भाइचारे का है क्योंकि विभाजित विश्व बड़ी वैश्विक चुनौतियों का समाधान नहीं कर सकता. प्रधानमंत्री यहां नौवें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने वैश्विक विश्वास में संकट को समाप्त करने और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में जो कुछ भी घट रहा है, उससे आज कोई भी अछूता नहीं है. आज दुनिया संघर्षों और युद्ध जैसे संकटों से जूझ रही है. यह संकटों से भरी दुनिया किसी के भी हित में नहीं है. मानवता के सामने जो बड़ी चुनौतियां हैं, उनका समाधान एक बंटी हुई दुनिया नहीं दे सकती. उन्होंने कहा, यह शांति और भाईचारे का समय है, साथ मिलकर चलने का समय है, साथ आगे बढ़ने का समय है. यह सब के विकास और कल्याण का समय है. हमें वैश्विक विश्वास के संकट को दूर करना होगा और मानव केंद्रित सोच पर आगे बढ़ना होगा.
हालांकि प्रधानमंत्री ने किसी विशेष संकट या मुद्दे का जिक्र नहीं किया लेकिन उनकी टिप्पणी इजराइल और हमास में चल रहे युद्ध के बीच आई है. जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. वहीं पीएम मोदी ने आतंकवाद से निपटने के लिए एक सख्त रुख अपनाने का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा, जैसा कि आप जानते हैं कि भारत दशकों से सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है. आतंकवादियों ने भारत में हजारों निर्दोषों की जान ली है. संसद के नए भवन के पास ही आपको भारत की पुरानी संसद भी दिखाई देगी. करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को भी निशाना बनाया था. और आप जानकर चौंक जाएंगे कि उस समय संसद का सत्र चल रहा था. उन्होंने कहा, आतंकियों की तैयारी, सांसदों को बंधक बनाने की, उन्हें खत्म करने की थी. भारत ऐसी अनेक आतंकी वारदातों से निपटते हुए आज यहां पहुंचा है.
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मोदी ने कहा कि अब दुनिया को भी एहसास हो रहा है कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद चाहे कहीं भी होता हो, किसी भी कारण से होता हो, किसी भी रूप में होता है, लेकिन वो मानवता के विरुद्ध होता है. ऐसे में आतंकवाद को लेकर हम सभी को लगातार सख्ती बरतनी ही होगी. मोदी ने कहा कि आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आम सहमति ना बन पाना बहुत दुखद है. मोदी ने कहा आज भी संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद से निपटने पर अंतरराष्ट्रीय संधि के लिए सहमति का इंतजार है…. दुनिया के इसी रवैये का फायदा मानवता के दुश्मन उठा रहे हैं.