MH-60 ‘रोमियो हेलिकॉप्टर’ का पहला लुक आया सामने, इन खासियतों के साथ इंडियन नेवी में होगा शामिल

भारतीय नौसेना ने अमेरिका से एमएच-60 रोमियो मल्टी रोल हेलिकॉप्टर खरीदा है. फिलहाल भारत अमेरिका से 24 मल्टी रोल हेलिकॉप्टरों का आर्डर दिया है. अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने इस हेलिकॉप्टर की पहली तस्वीर साझा की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2020 5:44 PM

नयी दिल्ली: भारत अपनी नौसेना को और ज्यादा मजबूत कर रहा है. इसके लिए भारतीय नौसेना ने अमेरिका से एमएच-60 रोमियो मल्टी रोल हेलिकॉप्टर खरीदा है. फिलहाल भारत अमेरिका से 24 मल्टी रोल हेलिकॉप्टरों का आर्डर दिया है. अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने इस हेलिकॉप्टर की पहली तस्वीर साझा की है.

चौथे जेनरेशन का हेलिकॉप्टर है MH-60

एमएच-60 हेलिकॉप्टर इस वक्त का सबसे एडवांस हेलिकॉप्टर है. चौथी जेनरेशन का हेलिकॉप्टर फिलहाल अमेरिकी नौसेना द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है. इसकी एडवांस टेक्नोलॉजी इस हेलिकॉप्टर को काफी मारक बनाती है. इस हेलिकॉप्टर से समुद्र के अंदर छिपी पनडुब्बी को निशाना बनाया जा सकता है.

छिपी पनडुब्बी पर भी हमला करने में सक्षम

एमएच-60 हेलिकॉप्टर एंटी सबमरीन यानी पनडुब्बी के खिलाफ युद्ध और उस पर हमला करने में उस्ताद माना जाता है. समुद्र की गहराई में छिपी पनडुब्बी पर भी सफलतापूर्वक हमला करने की खासियत रोमिया मल्टी रोल हेलिकॉप्टर को काफी खास बनाती है. ये हवा से जमीन में मार कर पाने में काफी कारगर साबित होता है.

लॉकहीड मार्टिन ने तैयार किया है हेलिकॉप्टर

इस हेलिकॉप्टर को अमेरिकी डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने तैयार किया है. ये मल्टी रोल हेलिकॉप्टर हर मौसम और परिस्थिति में काम करने में सक्षम है. ना केवल हमला करने में बल्कि एमएच हेलिकॉप्टर युद्ध के दौरान रणभूमि में हथियार ले जाने में भी सक्षम है. इस हेलिकॉप्टर के जरिए समुद्र और जंगली इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा सकता है.

साल 2022 में मिलेगा हेलिकॉप्टर्स का पहला बैच

भारतीय नौसेना को साल 2022 में एमएच-60 हेलिकॉप्टर्स का पहला बैच मिलेगा. इसकी मदद से भारतीय वायुसेना काफी मजबूत होगी. भारत और चीन विवाद के बीच एमएच-60 हेलिकॉप्टर्स काफी उपयोगी साबित होने वाले हैं. इससे भारत की समुद्री शक्ति में काफी इजाफा होगा. इस हेलिकॉप्टर में एंटी सबमरीन मार्क 54 टारपीडो लगा है. इस हेलिकॉप्टर की एक और खास बात ये है कि इसे फ्रिगेट, विध्वंसक पोतों, क्रूजर और विमान वाहक पोतों से भी संचालित किया जा सकता है.

Posted By- Suraj Thakur

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