पाकिस्तानी महिला एजेंट से हनी ट्रैप हुआ रेलवे डाक सेवा का कर्मी, व्हाट्सऐप पर भेजता था गोपनीय सूचनाएं

Honey Trap Case पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी की महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसकर भारतीय सेना के बारे में खुफिया डॉक्यूमेंट्स की फोटो खींचकर व्हाट्सऐप द्वारा पाकिस्तानी हैंडलर को भेजने के आरोप में रेलवे डाक सेवा के कर्मी भरत बावरी को हिरासत में लिया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2021 7:04 PM
an image

Honey Trap Case पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी की महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसकर भारतीय सेना के बारे में खुफिया डॉक्यूमेंट्स की फोटो खींचकर व्हाट्सऐप द्वारा पाकिस्तानी हैंडलर को भेजने के आरोप में रेलवे डाक सेवा के कर्मी भरत बावरी को हिरासत में लिया गया है. खुफिया विभाग के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि जयपुर स्थित रेलवे डाक सेवा के मल्टी टॉस्किंग स्टॉफ 27 वर्षीय भरत बावरी को सेना की खुफिया इकाई व राज्य आसूचना ने संयुक्त कार्रवाई व निगरानी के पश्चात शुक्रवार की दोपहर हिरासत में लिया गया है. फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है.

उमेश मिश्रा ने बताया कि शुरूआती पूछताछ में आरोपी भरत बावरी ने बताया कि वह 3 साल पहले ही एमटीएस परीक्षा के तहत रेलवे डाक सेवा के जयपुर स्थित कार्यालय में पदस्थापित हुआ था. यहां वह आने जाने वाली डाक की छंटनी करने का कार्य करता है. लगभग 4-5 माह पहले उसके मोबाइल के फेसबुक मैसेंजर पर महिला का मैसेज आया. कुछ दिनों में दोनों व्हाट्सऐप पर वॉइस-वीडियो कॉल से बात करने लगे. महिला ने बताया कि वह पोर्ट ब्लेयर में नर्सिंग के बाद एमबीबीएस की तैयारी कर रही है.

भरत बावरी के मुताबिक, महिला ने अपने किसी रिश्तेदार का जयपुर स्थित सेना की किसी अच्छी इकाई में स्थानान्तरण के बहाने आरोपी से धीरे-धीरे सेना के संबंध में आने वाले डाक के फोटो मंगवाना शुरू कर दिए. महिला ने आरोपी को पूर्ण रूप से अपने मोह जाल में फंसाकर सेना के पत्रों की फोटो भेजने के लिए कहा तो आरोपी चोरी छिपे गोपनीय डाक पत्रों के लिफाफे खोलकर पत्रों की फोटो खींचकर जरिए व्हाट्सऐप पर भेजने लगा. उन्होंने बताया कि आरोपी के फोन की जांच में उपरोक्त तथ्यों की पुष्टि हुई. जिसके बाद आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है.

Also Read: पंजाब में सरकारी कर्मियों को कोविड वैक्सीन नहीं लगवाना पड़ेगा भारी, सीएम बोले- 15 के बाद फोर्स लीव पर भेजेंगे
Exit mobile version