Mining: देश के खनन क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने को लेकर कोल इंडिया लिमिटेड, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(इंडियन स्कूल ऑफ माइंस) धनबाद और टेक्नोलॉजी इनोवेशन इन एक्सप्लोरेशन एंड माइनिंग फाउंडेशन(टैक्समिन) मिलकर काम काम करेंगे. इस बाबत गुरुवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. समझौते के तहत कोल इंडिया आईआईटी(आईएसएम) धनबाद और टैक्समिन को आईएमआईएन इनोवेशन ऑफ माइनिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर माइनिंग 4 का गठन आईएसएम कैंपस में करने में मदद करेगा. यह सेंटर आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. इस सेंटर का मकसद देश में खनन क्षेत्र में स्टार्टअप इकोसिस्टम, क्षमता विकास और नयी तकनीक को बढ़ावा देना होगा. खनन क्षेत्र में डिजिटल बदलाव लाकर इस क्षेत्र का समुचित विकास करना है.
कोल इंडिया की चुनौतियों का भी करेगी समाधान
आईएमआईएम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खनन क्षेत्र के लिए डिजिटल समाधान के अलावा कोल इंडिया की चुनौतियों से निपटने के उपाय बताएगा. यह सेंटर साइबर फिजिकल सिस्टम आधारित तकनीक का प्रयोग करने के तरीके के अलावा खनन के आधुनिक तरीकों के बारे में भी सुझाव देगा. इससे खनन उत्पादन बढ़ने के साथ सुरक्षा के मानक बेहतर होंगे. इस मौके पर कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद ने कहा कि यह समझौता देश के खनन क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाने में सहायक होगा. खनन के क्षेत्र में दुनिया की अच्छी से अच्छी तकनीक का प्रयोग करने की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. यह प्रयास खनन कंपनियों, छात्रों, स्टार्टअप और रिसर्च के लिए उपयोगी साबित होगा. आईएसएम धनबाद के निदेशक प्रोफेसर सुकुमार मिश्रा ने कहा कि मौजूदा समय में खनन क्षेत्र में सततता, सुरक्षा सबसे अहम पहलू हैं. यह डिजिटल बदलाव के जरिये ही हासिल किया जा सकता है. यह समझौता देश के खनन क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाने में सहायक साबित होगा.
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