Coronavirus : रैपिड टेस्ट किट में मिली शिकायतें, इस्तेमाल पर लगी रोक

देशभर में कोरोना के 18,601 मामले हैं जिसमें 1336 नये मामले हैं. 3 जिले थे जिसमें 28 दिनों से कोरोना का कोई मामला नहीं आया है. उसमें एक और नया जिला प्रतापगढ़ ( राजस्थान) जुड़ा है.

By PankajKumar Pathak | April 21, 2020 9:26 PM
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नयी दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय के हेल्थ बुलेटिन में यह बताया गया कि देशभर में कोरोना के 18,601 मामले हैं जिसमें 1336 नये मामले हैं. देश में तीन जिले ऐसे हैं जिसमें 28 दिनों से कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है, जिसमें एक नया जिला प्रतापगढ़ ( राजस्थान) जुड़ा है.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश के 61 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोरोना का कोई नया मामला नहीं है. कुछ स्वास्थ्य कर्मचारी कोविड के संक्रमण में आये जिसकी वजह से अस्पताल बंद हो गये. इसे ध्यान में रखते हुए नॉन कोविड अस्पताल में कोविड मरीज जैसे लक्षण वाले रोगी आते हैं तो स्वास्थ्यकर्मियों को क्या करना चाहिए इसे लेकर दिशा निर्देश जारी किया गया है.

अगर ऐसा कोई मरीज मिले तो उसे तुरंत मास्क लगाया जाए और एक ही स्वास्थ्य कर्मचारी उसकी पूरी देखभाल करे और कर्मचारी पूरी सुरक्षा रखें. पेसेंट जिसके संपर्क में आया है उसे क्वारेंटाइन में रखा जाए. अगर मरीज के साथ हेल्थ कर्मचारी संक्रमित होता है तो क्या करना है इस संबंध में भी जानकारी दी गयी है.

केंद्र सरकार ने covidwarriors.gov.in नाम से एक वेबसाइट बनायी है, इसमें डॉक्टर्स, हेल्थ वर्कर्स और वॉलेंटियर्स का नाम शामिल किया गया है. इसमें 1 करोड़ 24 लाख लोग जुड़ चुके हैं. इसमें स्टेट लेवर कॉडिनेटर और उनके टेलीफोन नंबर पर हैं.

अबतक हमने 20 कैटेगरी और 49 सब कैटेगिरी शामिल किया है. इसमें से कुछ डाटा सिर्फ स्टेट और स्थानीय प्रशासन ही देख सकेंगे. इसमें कई डिटेल हैं. सरकार ने कोरोना की ट्रेनिंग के लिए igot.gov.in नाम का पोर्टल बनाया है.

इसकी मदद से आप कहीं भी कभी भी ट्रेनिंग ले सकेंगे. आप किसी भी डिवाइस से इसे एक्सेस कर सकते हैं. इसमें बेसिक और डिटेल सभी हैं. इसमें वेबिनार और वीडियो भी शामिल है. हम इसे स्थानीय भाषाओं में भी बनाने की कोशिश कर रहे हैं. 40 हजार वोलेंटियर्स 550 जिलों में काम कर रहे हैं.

47 हजार कैटेड इनरौल हो चुके हैं. एक्स सर्विसमैन में 1 लाख 80 हजार सैनिकों की पहचान हो चुकी है जिसमें से कुछ लोगों को काम पर लगाया जा चुका है. कई संगठन भी सामने आ रहे हैं. 18 लाख से ज्यादा नये वोलेंटियर शामिल हुए हैं.

गृहमंत्रालय ने क्या कहा

3 मई तक संपूर्ण देश में आवश्यक गतिविधियों पर रोक लगायी गयी थी. वैसे इलाके जो हॉटस्पॉट नहीं है उन्हें विशेष अनुमति दी गयी है. मजदूरों की आवाजाही के लिए एक एसओपी केंद्र सभी राज्यों के साथ साझा किया गया था. मजदूर रोजगार पा सकें इसकी भी कोशिश है.

केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन पर टीमों का गठन किया है. चार राज्यों में भेजा गया है जिसमें वरिष्ठ अधिकारी है. सीनियर स्वास्थ अधिकारी सहित कई लोग शामिल है. केंद्र और राज्य सरकार एकजुट होकर सफलता पा सके. कल लॉकडाउन की ग्राउंड लेवल पर समीक्षा पर पाया गया है जहां छूट मिली है वहां अच्छी शुरूआत हुई है. मनरेगा, सड़क निर्माण का काम शुरू हुआ है. प्रवासी मजदूरों को भी इन गतिविधियों में शामिल किया जा रहा है. इन व्यवस्था से ग्रामीण अर्थव्यस्था को गति मिलेगी मजदूरों को रोजगार मिलेगा.

आईसीएमआर

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिक आर गंगाखेड़कर ने कहा, आजतक 4 लाख 49 हजार 810 सैंपल टेस्ट किये गये हैं. रैपिड टेस्ट किट बांटा गया है. हमें शिकायत आयी है कि नतीजों में सामान्य से ज्यादा अंतर आ रहा है. हम इसको देख रहे हैं. अगले 2 दिन तक राज्य रैपिड टेस्ट का इस्तेमाल ना करें. सिर्फ साढ़े तीन महीने हुए हैं इस बीमारी को जो नयी चीज आयेगी उस पर आगे ध्यान देना होगा.

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