कोरोना से जीत रहा है देश रिकवरी रेट 25 फीसद के पार, पिछले 24 घंटे में आये 1780 नये केस

पिछले 24 घंटे में 630 लोग स्वस्थ हुए हैं. टोटल रिकवरी रेट 25.18 प्रतिशत है. इसमें लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. हम सभी के लिए यह सकारात्मक संदेश है. 78 प्रतिशत मौतों में ऐसे केस रहे हैं जिन्हें और भी कई बीमारियां थीं. देश का डबलिंग रेट बढ़कर 11 दिन हो गया है. जहां तक टेस्टिंग प्रोटोकॉल की बात है हम केवल RT-PCR टेस्ट ही कर रहे है.

By PankajKumar Pathak | April 30, 2020 6:10 PM
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देश में पिछले 24 घंटे में 1780 नये केस आये हैं. देश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 33050 हो चुकी है. 24 घंटे में 630 लोग ठीक हो गए हैं. टोटल रिकवरी रेट 25.18 प्रतिशत है. यह रेट बढ़कर 25 फीसद के ऊपर चला गया है. इसमें लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. हम सभी के लिए यह सकारात्मक संदेश है. 78 प्रतिशत मौतों में ऐसे केस रहे हैं जिन्हें और भी कई बीमारियां थीं. देश का डबलिंग रेट बढ़कर 11 दिन हो गया है. जहां तक टेस्टिंग प्रोटोकॉल की बात है हम केवल RT-PCR टेस्ट ही कर रहे हैं.

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उपरोक्त आंकड़े की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, लॉकडाउन से पहले देश का डबलिंग रेट लगभग 3 दिन था. देश के डबलिंग रेट से बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उड़ीशा, पंजाब शामिल है. ऐसे ही 20 से 40 दिनों के डबलिंग रेट में भी कई राज्य है. 40 से ज्यादा दिनों में भी डबलिंग रेट वाले राज्य है. जरूरी है कि हम हॉटस्पॉट इलाकों में गंभीरता से काम करें.

हमने सभी राज्यों से आग्रह किया है कि कोविड 19 से लड़ते समय ध्यान रखें कि सभी को मदद मिले. डॉयलिसिस, कैंसर जैसी बीमारियों में लोगों का इलाज हो, जरूरी सेवाओं के लिए अस्पताल चलते रहें इसका ध्यान रखा जायेगा. प्राइवेट क्षेत्र के अस्पताल भी जरूरी सेवा देने में संकोच कर रहे हैं, इस डर से उन्होंने अपने क्लीनिक को भी बंद कर रखा है. जिन भी जरूरी सेवाओं की आवश्यकता है वह बनी रहे. किसी को भी परेशानी का सामना ना करना पड़ा.

पर्यटक और फंसे लोग कैसे जा सकेंगे घर

प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कल गृहमंत्रालय ने आदेश जारी कर उन्हें यात्रा की अनुमति दी है जो फंसे हुए हैं. राज्य सरकार को इनकी यात्रा की व्यवस्था करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. वह ऐसे व्यक्तियों को पंजीकृत भी करेंगे.

सड़क मार्ग से यात्रा पर सभी राज्य सहमति बनाये जायेंगे. समूह में यात्रा के लिए बस का प्रयोग किया जायेगा. बस में बैठते समय भी सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन किया जायेगा. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी इनका मेडिकल चेकअप करेंगे. अगर जरूरत ना पड़े तो इन्हें घर पर ही निगरानी में रखेंगे, नियमित रूप से इनकी जांच होगी. यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप रखने के लिए कहा जायेगा सभी राज्यों को इसका पालन करना होगा.

हमारी टीम जो हैदराबाद गयी है उन्होंने अस्पताल, दवा, मंडी, सेल्टर होम आदि का दौरा किया उन्होंने पाया कि राज्य के पास मेडिकल किट उपलब्ध है. उन्होंने अस्पताल में पाया गया कि सभी प्रोटोकॉल का पालन हो रहा है. यहां 300 टेस्ट करने वाली लैब है.

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