IRCTC News, Coronavirus outbreak in India: कोरोना वायरस के कारण 21 दिन का लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है. इसके बाद एक बार फिर अपने अपने घरों को लौटे लोग दिल्ली मुंबई में काम के लिए लौटेंगे. ऐसे में ट्रेन का टिकट भी बुकिंग कराने वालों की लगातार कोशिश हो रही है. स्टेशन टिकट तो नहीं लेकिन आईआरसीटीसी (https://www.irctc.co.in/) की वेबसाइट से टिकट देखने पर पता चला कि बिहार से दिल्ली और मुंबई आने वाली ज्यादातर ट्रेनों के टिकट 15 अप्रैल से 20 अप्रैल तक लंबी वेटिंग में पहले ही जा चुके हैं.
IRCTC Indian Railway: कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि रेलवे ने लॉकडाउन के बाद के रिजर्वेशन शुरू कर दिये हैं. इसको लेकर रेलवे की ओर से बयान जारी किया गया है. रेलवे ने स्पष्ट किया है कि कुछ मीडिया ग्रुप में ऐसी खबरें चल रहीं हैं कि 15 अप्रैल से ट्रेन के टिकटों की बुकिंग शुरू कर दी गयी है. यह खबर गलत है. 14 अप्रैल के बाद के रिजर्वेशन पर रोक ही नहीं लगायी गयी थी.
आपको बता दें कि आईआरसीटीसी से ई-टिकट बुक कराने को लेकर आम लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है. लोगों को लग रहा है कि देशभर में 13,524 ट्रेन ठप होने से वेबसाइट को भी बंद कर दिया गया है लेकिन हकीकत इससे इतर है. 22 मार्च से 21 दिन का लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद सभी यात्री ट्रेन बंद कर दी गईं, लेकिन आईआरसीटीसी की वेबसाइट को कभी बंद नहीं किया गया.
Certain media reports have claimed that Railways has started reservations for the post-lockdown period. It is to clarify that reservations for journeys after 14th April were never stopped and is not related to any new announcement: Ministry of Railways #CoronaLockdown pic.twitter.com/zq1Tsq2Ljr
— ANI (@ANI) April 2, 2020
आरक्षित टिकट की बुकिंग 120 दिन यानि चार माह पहले बुक कराने का प्रावधान है लेकिन लॉकडाउन की घोषणा सिर्फ 21 दिनों तक के लिए की गयी है. इसका मतलब है कि 22 जून का टिकट यात्री 22 मार्च को एडवांस बुक करा सकता है. वर्तमान में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है और 15 अप्रैल से ट्रेन के चलने की संभावना नजर आ रही है. यही वजह है कि आप 15 अप्रैल का टिकट एडवांस में बुक करा सकते हैं, यदि लॉकडाउन की अवधि बढ़ती है तो एडवांस बुक किये गये टिकट स्वत: रद्द हो जाएंगे. इस स्थिति में आईआरसीटीसी रेल किराये का पैसा यात्री के बैंक खाते में सीधे भेज वापस कर देगा.
लॉकडाउन से रेलवे को घाटा हो रहा है. पहले प्रतिदिन ऑनलाइन और काउंटर से औतसन 16 लाख ट्रेन टिकट की बुकिंग हो जाती थी जो अब घटकर दो लाख से कम हो गयी है. इससे रेलवे को लगभग दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है. आपको बता दें कि देशव्यापी लॉकडाउन के तहत 13,524 यात्री ट्रेन को 14 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है.
गौरतलब है कि पैंसेजर ट्रेन पर लॉकडाउन के बावजूद अभी करीब 9000 गुड्स ट्रेन चलाई जा रही हैं. रेलवे मंत्रालय ने बाताया है कि 8 रुटों पर स्पेशल पार्सल ट्रेनें चलायी जा रही हैं और इसके साथ ही जल्द ही 20 रुट्स पर और ट्रेनें चलाई जायेंगी.