26 फरवरी 2019 को भारतीय वायु सेना ने बालाकोट एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी कैंप को ध्यस्त कर दिया था. भारतीय सेना ने पुलवामा हमले में शहीद जवानों का बदला लिया था. भारत के इस ऑपरेशन में जिस लड़ाकू विमान ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया था, उसका नाम मिराज 2000 है. इस लड़ाकू विमान से पाकिस्तान खौफ खाता है. तो आइये इसकी खासियत के बारे में जानें.
मिराज 2000 की खासियत
मिराज 2000 लड़ाकू विमान की लंबाई 47.1 फिट होती है. जबकि ऊंचाई 17.1 फिट होती है. मिराज 2000 का वजन 7500 किलोग्राम है. जबकि इंधन के साथ इसकी वजन 13800 किलोग्राम हो जाता है. यह 2336 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ने की क्षमता रखता है. यह लड़ाकू विमान एक बार में 1550 किलोमीटर के क्षेत्र में उड़ान भर सकता है. मिराज 2000 को दुनिया के सबसे घातक फाइटर जेट में गिना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें काफी मात्रा में हथियार लगाये जाते हैं. मिराज 2000 प्रति मिनट 125 राउंड फायर करने में सक्षम है. सबसे बड़ी बात है कि इसमें एक रडार लगा होता है, जो दुश्मनों के आते हुए विमानों, मिसाइलों और रॉकेट के बारे में जानकारी देता है.
‘कोबरा वारियर’ में मिराज 2000 शामिल
‘कोबरा वारियर’ में मिराज 2000 को शामिल किया गया है. यह एक नियमित अभ्यास है जिसकी मेजबानी ब्रिटेन करता है. इस अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाले देशों को एक दूसरे के साथ और यूके के साथ काम करने के लिए आमंत्रित करना है. मिराज 2000 के साथ यहां भारतीय वायु सेना का होना अद्भुत है. ग्रुप कैप्टन एम गंगोला ने मिराज के बारे में बताया, यह वही फाइटर जेट है, जो बालाकोट ऑपरेशन में इस्तेमाल किया गया था. ये आधुनिक युद्ध के लिए बहुत सक्षम विमान हैं.
Waddington, UK |These are the same machines. They remain very capable aircraft for modern warfare: M Gangola, Group Captain on being asked if the aircraft Mirage-2000 used in ‘Cobra Warrior’ is the same that was used in Balakot ops pic.twitter.com/zVouTXppKd
— ANI (@ANI) March 21, 2023
ब्रिटेन और भारतीय वायु सेना का संयुक्त अभ्यास जारी
ब्रिटेन में रॉयल एयर फोर्स के वैडिंगटन एयर फोर्स बेस में इस समय भारत और यूके के बीच संयुक्त अभ्यास जारी है. कोबरा वॉरियर में 145 वायु सैनिकों वाली भारतीय वायु सेना की एक टुकड़ी शामिल हुई है. यह अभ्यास 06 मार्च 2023 से लेकर 24 मार्च 2023 तक चलना है. कोबरा वारियर एक्सरसाइज एक बहुपक्षीय वायु सैन्य अभ्यास है, जिसमें फिनलैंड, स्वीडन, दक्षिण अफ्रीका, अमरीका और सिंगापुर की वायु सेनाएं भी रॉयल एयर फोर्स तथा भारतीय वायु सेना के साथ हिस्सा ले रही हैं. भारतीय वायु सेना इस वर्ष पांच मिराज 2000 लड़ाकू विमानों, दो सी-17 ग्लोबमास्टर III और एक आईएल-78 मिड एयर रिफ्यूलर विमान के साथ इस अभ्यास में भाग ले रही है.