NDA Meeting:अगले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव हो रहा है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए पूरा विपक्ष एक मंच पर आने की कवायद में लगा है. शह मात के खेल में विपक्ष को पटखनी देने के लिए एनडीए गठबंधन भी अपना कुनवा बढ़ाने की कवायद में लग गया है. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 18 जुलाई को एनडीए (NDA) की बैठक होनी है. इस बैठक में अमरावती जनसेना के प्रमुख पवन कल्याण (Pawan Kalyan) भी शामिल हो रहे हैं. उन्हें दिल्ली में होने वाली इस बैठक में हिस्सा लेने का निमंत्रण मिला है. उनकी पार्टी की ओर से यह जानकारी दी गई है.
एनडीए के साथ चुनाव लड़ेगी एसबीएचपी
इसी कड़ी में एसबीएसपी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने के अपने फैसले पर बात की है. उन्होंने कहा कि हमने 14 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और विभिन्न चर्चा की और 2024 का चुनाव एक साथ लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि हमें साथ लेने के लिए पीएम मोदी, एचएम अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं.वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कर कहा है कि वो एनडीए परिवार में उनका स्वागत करते हैं.
Suheldev Bharatiya Samaj Party chief Om Prakash Rajbhar has decided to join the NDA alliance led by Prime Minister Narendra Modi. I welcome him to the NDA family, tweets Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/SQnvsZHrCJ
— ANI (@ANI) July 16, 2023
एनडीए की बैठक में कई और दल हो रहे शामिल
18 जुलाई को होने वाली एनडीए की अहम बैठक में पवन कल्याण के अलावा कई और नेता को भी निमंत्रण दिया गया है. इसी कड़ी में लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान, बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी समेत कई नए सहयोगी और कुछ पूर्व सहयोगी को आमंत्रित किया गया है. गौरतलब है कि विपक्षी एकता के जवाब में बीजेपी भी अपना कुनबा बढ़ा रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी की ओर से 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विभिन्न दलों के कई नेताओं को भी पत्र लिखे गये है.
चिराग पासवान से मिले केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय
राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान समेत कई अन्य नये-पुराने सहयोगी दलों के नेताओं को 18 जुलाई को बीजेपी ने बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है.उम्मीद की जा रही है कि एनडीए की बैठक में ये सभी दल और उनके नेता शामिल हो सकते हैं. बता दें बीते शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने चिराग पासवान से दूसरी बार मुलाकात की थी. यही नहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चिराग पासवान को लिखे पत्र को भी साझा किया है. अपने पत्र में उन्होंने चिराग पासवान को हिस्सा लेने का न्योता दिया है. उन्होंने इस पार्टी को गरीबों के विकास एवं कल्याण के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों में एक प्रमुख भागीदार बताया.
इन नेताओं को भी मिला निमंत्रण
एनडीए की बैठक में पवन कल्याण और चिराग पासवान के अलावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी को भी बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. इसी कड़ी में मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने कहा है कि वह 18 जुलाई को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे. एनडीए की बैठक में कई नये सहयोगी दलों के हिस्सा लेने की संभावना है, जिनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार नीत खेमा, बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न छोटे दल और पूर्वोत्तर राज्यों के क्षेत्रीय दल शामिल हैं.
पीएम मोदी भी होंगे बैठक में शामिल
एनडीए की बैठक 18 जुलाई को हो रही है. बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित रह सकते हैं. इस बैठक को आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी का शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. गौरतलब है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह पहला मौका है जब उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना गुट, शिरोमणि अकाली दल और जनता दल सहित कई पुराने और प्रमुख सहयोगियों के विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा से नाता तोड़ने के बाद इतने बड़े पैमाने पर एनडीए की बैठक हो रही है. वहीं एनडीए की बैठक में कितने दलों के नेता हिस्सा ले रहे हैं इसकी कोई स्पष्ट जानकारी हासिल नहीं हुई है. हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो 14 से अधिक दल बैठक में भाग ले सकते हैं.
Suheldev Bharatiya Samaj Party chief Om Prakash Rajbhar has decided to join the NDA alliance led by Prime Minister Narendra Modi. I welcome him to the NDA family, tweets Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/SQnvsZHrCJ
— ANI (@ANI) July 16, 2023
विपक्षी दलों की भी बैठक
लोकसभा चुनाव-2024 से पहले महागठबंधन गठित करने की कवायद में जुटे विपक्षी दलों की अगली बैठक 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में ही होने वाली है. अपने कुनबे को और मजबूत करने के लिए कांग्रेस ने कुछ और छोटे दलों को निमंत्रण दिया है. कांग्रेस ने यूपी के अपना दल (और तमिलनाडु की एक क्षेत्रीय पार्टी को भी बेंगलुरु की बैठक के लिए न्योता दिया है. गौरतलब है कि पहले विपक्षी एकता की बैठक शिमला में होने वाली थी लेकिन खराब मौसम के कारण जगह बदल दी गई है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 17 जुलाई को बेंगलुरु में विपक्षी दलों के लिए रात्रिभोज आयोजित किया है और 18 जुलाई को बैठक होगी.
विपक्षी दलों ने की थी पटना में बैठक
गौरतलब है कि इससे पहले पटना में 23 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मेजबानी में विपक्षी दलों के बीच बैठक हुई थी, जिसमें 15 विपक्षी पार्टियों ने दलों ने हिस्सा लिया था. गौरतलब है कि एनडीए और पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष गोलबंद हो रहा है. पटना में हुई बैठक का भी यही मकसद था कि ज्यादा से ज्यादा दलों को विपक्षी एकता के मंच पर लाया जा सके. पटना में हुई बैठक को सरकार के खिलाफ विपक्ष की सबसे बड़ी लामबंदी मानी जा रही है. पटना में आयोजित बैठक में बिहार के सीए नीतीश कुमार समेत आरजेडी चीफ लालू यादव के अलावा मल्लिकार्जुन खरगे, हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, फारुख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और उद्धव ठाकरे समेत कई और नेता शामिल हुए थे.
भाषा इनपुट से साभार