मोदी कैबिनेट में हो सकता है फेरबदल, अमित शाह और जेपी नेड्डा समेत कई मंत्रियों के साथ कर रहे समीक्षा

आनेवाले दिनों में मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल होने की संभावना दिखाई दे रही है. प्रधानमंत्री पिछले चार दिनों से विभिन्न मंत्रालयों की समीक्षा कर रहे हैं. इससे कयास लगाये जा रहे हैं कि केंद्रीय कैबिनेट में बड़ा बदलाव हो सकता है. पीएम मोदी के साथ इन बैठकों में अमित शाह और जेपी नड्डा भी रहते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2021 11:54 AM

आनेवाले दिनों में मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल होने की संभावना दिखाई दे रही है. प्रधानमंत्री पिछले चार दिनों से विभिन्न मंत्रालयों की समीक्षा कर रहे हैं. इससे कयास लगाये जा रहे हैं कि केंद्रीय कैबिनेट में बड़ा बदलाव हो सकता है. पीएम मोदी के साथ इन बैठकों में अमित शाह और जेपी नड्डा भी रहते हैं.

मंत्रालयों की समीक्षा के अलावा पीएम मोदी छोटे मंत्रियों के समूह के साथ सभी मंत्रालयों के साथ समीक्षा कर रहे हैं. मिली जानकारी केअनुसार अब तक प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास, कृषि, कोयला एव खनन, पेट्रोलियम, शहरी विकास मंत्रालय, रेलवे मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के काम काज की समीक्षा कर चुके हैं.

इससे पहले कल मंत्रियों की एक बैठक भी हुई थी जिसमें जेपी नड्डा और अमित शाह भी थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि यह पूरा साल कोरोना के कारण बर्बाद हो गया है. इसलिए सभी जमीनी स्तर पर उतर कर समस्याओं के समाधान करने के बारे में सोचना चाहिए. जब तक सभी मंत्रीयों की रिपोर्ट नहीं मिल जाएगी तब तक मंत्रालय की समीक्षा जारी रहेगी.

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राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शाह और पीएम मोदी के दिल्ली के दो दिवसीय दौरे के दौरान मिलने के बाद उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी चर्चा बढ़ रही है. पीएम मोदी के 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच विचार-विमर्श उस समय हुआ जब शाह ने उत्तर प्रदेश के पार्टी सहयोगियों से भी मुलाकात की, जिसमें अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी शामिल थीं, जो पहली मोदी सरकार में मंत्री थीं, लेकिन इस सरकार में वो नहीं है.

मोदी कैबिनेट में फेरबदल की संभावना इसलिए जोर पकड़ रही है क्योंकि अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, गोवा, मणिपुर, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी चाहती है कि उसके हिस्से में अधिक से अधिक वोटआये. इसलिए बीजेपी ने केंद्र और राज्य मंत्रिमंडलों में कई जातियों और समूहों पर ध्यान केंद्रित किया गया है जिनका प्रतिनिधित्व नहीं किया गया है या कम प्रतिनिधित्व दिया गया है. इसलिए पश्चिमी यूपी के कुछ चेहरों, कुछ गैर-प्रतिनिधित्व वाली जातियों या समूहों आदि को दिल्ली और यहां तक ​​कि उत्तर प्रदेश में भी प्रमुख पद दिए जाने की संभावना है.

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Posted By: Pawan Singh

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