मोदी सरकार 2.0 : डिजिटल माध्यम से पार्टी गिनाएगी उपलब्धियां, 750 से अधिक वर्चुअल रैलियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के 1 वर्ष पूरे होने वाले हैं. इस मौके को यादगार बनाने के लिए भाजपा देश भर में 750 से अधिक वर्चुअल रैलियां, और कम से कम 1000 वर्चुअल सम्मेलन आयोजित करेगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के 1 वर्ष पूरे होने वाले हैं. इस मौके को यादगार बनाने के लिए भाजपा देश भर में 750 से अधिक वर्चुअल रैलियां, और कम से कम 1000 वर्चुअल सम्मेलन आयोजित करेगी. इसके अलावा पार्टी सभी मंडलों में और लोगों के बीच फेस कवर और सैनिटाइजर भी वितरित करेगी.
BJP to hold over 750 virtual rallies across the nation, to mark the completion of 1 yr of PM Narendra Modi-led central govt. National and state leadership to hold at least 1000 virtual conference. The party will also distribute face cover & sanitiser in all mandals, among others. pic.twitter.com/HdIQxscoUA
— ANI (@ANI) May 25, 2020
बता दें, मोदी सरकार 30 मई को अपने दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा करने जा रही है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण भारतीय जनता पार्टी ने वर्षगांठ जोर शोर से नहीं बनाने का फैसला किया है. इस अवसर पर न ही कोई समारोह आयोजित किया जाएगा और न ही कार्यकर्ताओं का कोई सम्मेलन होगा. पार्टी सिर्फ डिजिटल माध्यम से ही सरकार की उपलब्धियों का प्रचार करेगी. बता दें, मोदी सरकार ने 30 मई, 2019 को अपनी दूसरी पारी शुरू की थी.
इससे पहले मोदी सरकार ने 16 मई को अपने छह साल पूरे किए. 6 साल पूरे करने के मौके पर पार्टी की ओर से एक वीडियो जारी किया गया था. जिसमें मोदी सकरार की उपलब्धियों को बताया गया था.
Also Read: महाराष्ट्र में भीषण कोरोना संकट, भाजपा ने की राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
गौरतलब है कि दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर काफी जोर दिया है. सभी विभागों को 5 साल का मसौदा तैयार करने को कहा था. 2024-25 तक भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने पर पीएम मोदी ने जोर दिया था.
कोरोना वायरस के गहराते संकट और पूरे देश में जारी लॉकडाउन के कारन मंद पड़ी अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए मोदी सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज का ऐलान किया है. जिसमें देश को कोरोना से उबरने के लिए अनेक राहतें दी गई हैं.
जाहिर है कोरोना के कारन पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है. भारत में भी कोरोना का प्रकोप है. ऐसे में सरकार के आगे मंद पड़ती अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लाना सबसे बड़ी चुनौती है.