कोरोना फंड के रूप में सभी नागरिकों को 1,30,000 रुपये दे रही है मोदी सरकार? जानिए वायरल मैसेज का सच
Modi government, Rs 1,30,000 to all citizens, corona fund, WhatsApp viral message, PIB Fact Check व्हाट्सएप पर इस समय एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को कोरोना फंड के रूप में 130,000 का भुगतान करने का आदेश दिया है.
WhatsApp viral message : देश इस समय कोरोना संकट से जूझ रहा है. कोरोना की वजह से हर एक आदमी परेशान है. इस विश्वव्यापी महामारी (Coronavirus) ने लोगों की कमर ही तोड़ दी है. उद्योग-धंधे चौपट हो रहे हैं. लोगों की नौकरी चली गयी. लोगों के पास रोजगार के लाले पड़ गये हैं, वैसे में देश का हर एक व्यक्ति सरकार की ओर एक आशा भरी निगाह से देख रहा है. हालांकि सरकार ने भी लोगों की मदद के लिए राहत पैकेज (corona fund) की घोषणा कर चुकी है. फिर भी लोगों की पूरी तरह से राहत नहीं मिल पायी है.
इस संकट के समय में व्हाट्सएप (WhatsApp) पर इस समय एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को कोरोना फंड के रूप में 130,000 का भुगतान करने का आदेश दिया है.
Claim: A message circulating on #WhatsApp claims that the Government has ordered payment of ₹130,000 as #Covid funding to all citizens above the age of 18.#PIBFactCheck: The claim is #Fake. No such announcement has been made by the Government. pic.twitter.com/NF8dH08wLW
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 24, 2020
लेकिन जब इस वायरल मैसेज की पड़ताल की गयी तो पाया गया कि यह पूरी तरह से फर्जी है और सरकार की ओर से ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है.
पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने एक वायरल मैसेज की पड़ताल की है, जिसमें पाया गया कि मैसेज फेक है. पीआईबी की टीम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया और लोगों को वायरल मैसेज के बारे में बताया.
पीआईबी की टीम ने क्या किया ट्वीट?
पीआईबी ने सबसे पहले वायरल मैसेजे के बारे में बताया कि, व्हाट्सएप पर एक मैसेज में दावा किया गया है कि सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को कोरोना फंड के रूप में 130,000 रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया है.
इसके बाद पीआईबी ने मैसेज की जो पड़ताल की उसके बारे में बताया कि यह पूरी तरह से फेक है और सरकार ने ऐसा कोई भी आदेश नहीं दिया है.
गौरतलब है कि सोशल मीडिया के दौर में इस तरह की कई खबरें और मैसेज तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिससे हर हाल में बचने की जरूरत है. पीआईबी टीम लगातार ऐसे फर्जी खबरों और मैजेस पर काम कर रही है और लोगों को जागरूक कर रही है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra