-
340 कर्मचारियों को मोदी सरकार ने समय से पहले किया रिटायर
-
ग्रुप ए और ग्रुप बी के अधिकारियों पर गिरी गाज
-
अयोग्य और भ्रष्ट कर्मचारियों को मोदी सरकार ने हटाया
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 340 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया है. उनको समय से पहले ही रिटायरमेंट दे दिया गया है. इसकी जानकारी कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा में दिया.
उन्होंने बताया कि विभिन्न मंत्रालयों, विभागों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एफआर 56 (जे) व इसी तरह के अन्य नियमों के प्रावधानों के तहत कुल 340 कर्मचारियों को रिटायर कर दिया गया है.
ग्रुप ए और ग्रुप बी के अधिकारियों पर गिरी गाज
मालूम हो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जुलाई 2014 से दिसंबर 2020 के दौरान 340 अधिकारियों को हटाया है. जिसमें ग्रुप ए के 171 अधिकारियों और ग्रुप बी के 169 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है.
क्यों कर्मचारियों को समय से पहले किया गया रिटायर
दरअसल सरकार ने वैसे कर्मचारियों को समय से पहले रिटायर किया है, जो या तो काम करने में सक्षम नहीं हैं या फिर उनपर कथित रूप से भ्रष्टाचार को आरोप लगाये गये हैं.
एफआर 56 (जे) व नियम के अनुसार ऐसे प्रावधान हैं जिसके तहत सार्वजनिक हित में किसी सरकारी कर्मचारी को कथित रूप से भ्रष्ट होने या अपेक्षित प्रदर्शन नहीं करने आदि को लेकर समय से पहले सेवानिवृत्त किया जा सकता है.
कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि एक मार्च 2018 की स्थिति के अनुसार सरकार के अधीन नियमित सिविल कर्मचारियों की स्वीकृत संख्या 38,02,779 और पदस्थ कर्मचारियों की संख्या 31,18,956 है.