मोदी सरकार ने आखिर मान ली भूपेश बघेल की बात, छत्तीसगढ़ के सीएम ने कहा- शुक्रिया
मैं केंद्र की मोदी सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं. अब राज्य के 12 जिलों में स्कूली बच्चों को सोया चिक्की की जगह सप्ताह में चार दिन मोटे अनाज पर आधारित भोजन दिए जाएंगे. जानें छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने क्या कहा
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. जी हां..प्रदेश के 12 जिलों में मध्याह्न भोजन योजना के तहत अब स्कूली बच्चों को मोटे अनाज से बने भोजन दिये जाएंगे. एक सरकारी अधिकारी ने रविवार को इस बाबत जानकारी दी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार रात को ट्वीट कर कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर मध्याह्न भोजन योजना में मोटे अनाज को शामिल करने का प्रस्ताव दिया था जिसे अब मंजूर कर लिया गया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैं केंद्र की मोदी सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं. अब राज्य के 12 जिलों में स्कूली बच्चों को सोया चिक्की की जगह सप्ताह में चार दिन मोटे अनाज पर आधारित भोजन दिए जाएंगे. अधिकारी ने कहा कि राज्य लोक निर्देश निदेशालय ने प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के तहत सोया चिक्की की जगह मोटे अनाज के उत्पाद वितरित करने के बारे में केंद्र को प्रस्ताव भेजा था, जिसे स्वीकृति मिल गयी है.
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किया जा रहा है मोटे अनाजों को उगाने के लिए प्रोत्साहित
अधिकारी ने कहा कि अब मोटे अनाज आधारित खाद्य उत्पादों को राज्य के 12 जिलों में स्कूलों में हफ्ते में चार दिन वितरित किये जाएंगे. छत्तीसगढ़ के किसानों को कुदो, कुटकी और रागी जैसे मोटे अनाजों को उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिन्हें समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है.
मैंने पत्र लिखकर केंद्र सरकार को मध्यान्ह भोजन योजना में मिलेट्स शामिल करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।मैं केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूँ।
अब राज्य के 12 जिलों में सप्ताह में 4 दिन, सोया चिक्की के स्थान पर मिलेट्स से बने खाद्य पदार्थ स्कूली बच्चों को मिलेंगे।— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 18, 2023
पीएम मोदी कर चुके हैं मोटे अनाज की चर्चा
यहां चर्चा कर दें कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात कार्यक्रम’ में मिलेट्स जैसे मोटे अनाज का जिक्र किया था और मोटे अनाज के लिए लोगों में जागरुकता लाने के लिए आंदोलन चलाने की बात कही थी. थाली में इस माटे अनाज की मौजूदगी के लिए उन्होंने बल दिया था. प्रधानमंत्री ने मोटे अनाज को कुपोषण के खिलाफ कारगर हथियार तो डायबिटीज और हाइपरटेंशन सरीखी बीमारियों को दूर भगाने का जरिया बताया था. आपको बता दें कि इस तरह का मोटा अनाज सेहत को दुरुस्त रखने के सुपर फूड के तौर पर जाना जाता है.