मोहम्मद फैजल तीन बजे के बाद भी स्थानीय बाजार में सब्जी बेच रहे थे. नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए थानेदार विजय चौधरी और होमगार्ड के जवान सत्य प्रकाश ने उस पर डंडा चलाना शुरू कर दिया.
17 साल की उम्र का मोहम्मद फैजल पुलिस की मार सह नहीं सका और उसने दम तोड़ दिया.पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे इस कदर मारा कि वो मर गया. उसकी मौत के बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.
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उन्नाव के बांगरमऊ इलाके में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में सब्जी विक्रेता मोहम्मद फैजल को पुलिस ने हिरासत में लिया. परिजनों का आऱोप है कि पुलिस पीटते हुए उसे थाने तक ले गयी और वहां भी बुरी तरह पीटा . जब पुलिस की मार से उसकी हालत खराब हुई तो उसे कम्युनिटी हेल्थ सेंटर ले जाया गया. यहां से उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया. अस्पताल भेजने के लिए एम्बुलेंस बुलाई गयी लेकिन इससे पहले ही उसकी जान चली गयी.
फैजल की मौत की खबर से गुस्साए लोगों ने भारी संख्या में बांगरमऊ थाने के बाहर प्रदर्शन शुरु किया. पुलिस की कार्रवाई से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई, मुआवजा व पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर लखनऊ रोड क्रॉसिंग पर बैठ गये और न्याय की मांग करने लगे.
पुलिस विभाग ने इस पूरे मामले पर तत्परता दिखाते हुए आरोपी सिपाही विजय चौधरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और होमगार्ड सत्यप्रकाश को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.