Vijayadashami: आज पूरे देश में विजयादशमी का उत्सव मनाया जा रहा है, और इस अवसर पर नागपुर के रेशम बाग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शस्त्र पूजन का आयोजन किया. कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी उपस्थित रहे. हर साल दशहरे के दिन आरएसएस मुख्यालय में यह परंपरागत शस्त्र पूजन किया जाता है, और इस बार भी मोहन भागवत आरएसएस स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे.
इस वर्ष के कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में इसरो के पूर्व प्रमुख और पद्म विभूषण से सम्मानित वैज्ञानिक डॉक्टर के राधाकृष्णन शामिल हुए. नागपुर में आरएसएस स्वयंसेवकों ने पहले पथसंचलन किया, जहां वे पारंपरिक वेशभूषा में बैंड के साथ परेड करते हुए दिखे.
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्या कहा?
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कहते हैं, “परिस्थितियां कभी चुनौतीपूर्ण होती हैं तो कभी अच्छी… मानव जीवन भौतिक रूप से पहले से अधिक खुशहाल है लेकिन हम देखते हैं कि इस खुशहाल और विकसित मानव समाज में, कई संघर्ष जारी हैं. इजरायल और हमास के बीच जो युद्ध शुरू हुआ है – हर कोई इस बात को लेकर चिंतित है कि यह कितना व्यापक होगा और इसका दूसरों पर क्या प्रभाव पड़ेगा.”
RSS प्रमुख बोलें- हमें एकजुट और सशक्त होने की जरूरत
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कहते हैं, “हमारे पड़ोसी बांग्लादेश में जो हुआ? उसके कुछ तात्कालिक कारण हो सकते हैं, लेकिन जो चिंतित हैं, वे इस पर चर्चा करेंगे. लेकिन, उस अराजकता के कारण, हिंदुओं पर अत्याचार की परंपरा वहां दोहराई गई. पहली बार हिंदू एकजुट हुए और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे. लेकिन, जब तक क्रोध में आकर अत्याचार करने की यह कट्टरपंथी प्रवृत्ति रहेगी – तब तक न केवल हिंदू, बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में होंगे. उन्हें पूरी दुनिया के हिंदुओं से मदद की ज़रूरत है. यह उनकी जरूरत है कि भारत सरकार उनकी मदद करे. कमजोर होना एक अपराध है. अगर हम कमजोर हैं, तो हम अत्याचार को आमंत्रित कर रहे हैं. हम जहां भी हैं, हमें एकजुट और सशक्त होने की जरूरत है.”