देश में अब तक मंकीपॉक्स के 9 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं एक मरीज की मौत हुई है. इसको लेकर केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक बैठक बुलाई है. बीते दिनों केंद्र की ओर से मंकीपॉक्स बीमारी के प्रबंधन को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए थे. जिसके मुताबिक अगर किसी व्यक्ति ने पिछले 21 दिनों के भीतर प्रभावित देशों की यात्रा की है और उसके शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने, लसिका ग्रंथियों में सूजन, बुखार, सिर में दर्द, शरीर में दर्द और बहुत ज्यादा कमजोरी जैसे लक्षण दिखायी देते हैं, तो उसे ‘संदिग्ध’ माना जाएगा.
दिशा निर्देशों में संपर्क में आए लोगों को परिभाषित करते हुए कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी संक्रमित में पहला लक्षण दिखायी देने और त्वचा पर जमी पपड़ी के गिर जाने तक की अवधि के दौरान उसके एक से अधिक बार संपर्क में आता है, तो उसे संपर्क में आया व्यक्ति माना जाएगा. यह संपर्क चेहरे से चेहरे का, सीधा शारीरिक संपर्क में आना, जिनमें यौन संबंध बनाना भी शामिल है. उसके कपड़ों या बिस्तर के संपर्क में आना भी हो सकता है.
मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण से होती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोसिस (जानवरों से मनुष्यों में प्रसारित होने वाला वायरस) है, जिसमें चेचक के रोगियों में अतीत में देखे गए लक्षणों के समान लक्षण होते हैं, हालांकि यह चिकित्सकीय रूप से कम गंभीर है. मंकीपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क के माध्यम से या वायरस से दूषित सामग्री के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक चलने वाले लक्षणों के साथ एक आत्म-सीमित बीमारी है.
सीडीसी के अनुसार मंकीपॉक्स के लक्षण चिकनपॉक्स की तरह ही होते हैं. ये ज्यादा खतरनाक नहीं है. आइए जानते है क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण
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सिरदर्द
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बुखार
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लिंफ नोड्स में सूजन
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शरीर में दर्द और कमर दर्द
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ठंड लगना
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थकान महसूस करना
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चेहरे और मुंह के अंदर छाले होना
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हाथ-पैर में रैशेज होना
मंकीपॉक्स एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में अब सभी जानना चाहते हैं. यह धीरे-धीरे पूरी दुनिया को अब परेशान करने लगा है. इस बीच स्वास्थ्य पेशेवरों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि मंकीपॉक्स यौन अभिवृति या नस्ल की परवाह किये बिना करीबी शारीरिक संपर्क से फैल सकता है और इसके प्रसार के लिए पूरे एलजीबीटीक्यू समुदाय को बलि का बकरा बनाना एड्स महामारी के दौरान की गयी गलती की पुनरावृत्ति होगी.
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किसी को भी मोकीपॉक्स हो सकता है, यदि वे किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक या बार-बार संपर्क में रहे हों.
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संक्रमित मरीजों को दूसरों से अलग करें
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अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं या फिर सैनिटाइजर का उपयोग करें
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मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के पास मास्क और डिस्पोजेबल ग्लब्स पहनें
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पर्यावरण स्वच्छता के लिए कीटाणुनाशक का उपयोग करें