देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य की टीम केरल पहुंची. इस दौरान टीम केरल के कोल्लम जिले में मंकीपॉक्स के एक मामले की पुष्टि के मद्देनजर, मंकीपॉक्स मामले की जांच के साथ साथे केरल सरकार का सहयोग करने और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों पर चर्चा करेगी.
Kerala | A Central Team arrives at the Directorate of Health Services after one #monkeypox case – the first in the country – was detected in the state. The team to visit Thiruvananthapuram Medical College. pic.twitter.com/7F9wiHlQY4
— ANI (@ANI) July 16, 2022
केरल भेजी गई केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नयी दिल्ली के विशेषज्ञों और स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण कार्यालय, केरल के विशेषज्ञ हैं. पिछले दिन मामला सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीम को केरल भेजना का फैसला किया था.
गौरतलब है कि 14 जुलाई को केरल में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था. इस दौरान केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया था कि मंकीपॉक्स के लक्षण वाले एक व्यक्ति के नमूने एकत्र किए गए हैं और जांच के लिए नमूनों को राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखे और वह UAE में मंकीपॉक्स के एक मरीज के निकट संपर्क में था.
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केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से मंकीपॉक्स के किसी भी संदिग्ध या पुष्ट मामले के प्रबंधन के लिए पर्याप्त मानव संसाधन सुनिश्चित करने, साजो-सामान संबंधी समर्थन के साथ अस्पतालों को चिह्नित करने को कहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक पत्र लिखकर कहा है कि इस संक्रमण के खिलाफ भारत की तैयारियों के तहत देश में प्रवेश के सभी बिंदुओं पर तथा समुदायों में सभी संदिग्ध मामलों की स्क्रीनिंग और जांच कराई जाए. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 50 देशों से उसे मिली जानकारी के अनुसार एक जनवरी से 22 जून तक प्रयोगशालाओं में पुष्ट मंकीपॉक्स के 3,413 मामले सामने आये हैं और एक मरीज की मृत्यु हुई है.
(इनपुट- भाषा)