Monkeypox Vaccine: दुनिया के 78 देशों में मंकीपॉक्स के अब तक 18000 मामले सामने आए है. भारत में भी इस वायरस को लेकर खतरा बढ़ने लगा है. अब तक भारत में भी मंकीपॉक्स के 5 केस सामने आए हैं. जिसके बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है. इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स वैक्सीन विकसित करने के लिए फार्मा कंपनियों के साथ चर्चा शुरू कर दी है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बुधवार को बताया गया है कि कई दवा कंपनियों ने मंकीपॉक्स के खिलाफ संभावित टीके के विकास के लिए केंद्र के साथ चर्चा शुरू की है. सूत्रों ने बताया कि मंकीपॉक्स के खिलाफ वैक्सीन निर्माण से जुड़े किसी भी फैसले के लिए यह एक बहुत ही प्रारंभिक चरण है. यदि वैक्सीन की आवश्यकता है, तो हमारे पास संभावित निर्माता हैं. अगर भविष्य में इसकी जरूरत पड़ी, तो विकल्पों की तलाश की जाएगी. वैक्सीन निर्माण कंपनियों में से एक ने कहा कि विशेष रूप से मंकीपॉक्स के लिए ऐसी कोई अगली पीढ़ी का टीका नहीं है और वायरस भी उत्परिवर्तित हो गया है. कंपनी ने कहा कि भविष्य में यदि मामले बढ़ते हैं तो वैक्सीन की आवश्यकता होगी.
केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स वैक्सीन बनाने के लिए टेंडर निकाला है. वैक्सीन को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने मंगलवार को कहा था कि वह टीकों की कुछ खेप के आयात को लेकर डेनमार्क की कंपनी बवेरियन नॉर्डिक के साथ बातचीत कर रहे हैं. पूनावाला ने कहा था कि समझौते की स्थिति में देश में टीके आयात करने के लिए दो से तीन महीने लगेंगे. उन्होंने कहा कि चूंकि देश में अब तक मंकीपॉक्स के कुछ ही मामले आए हैं, इसलिए स्थानीय स्तर पर टीके के विकास और मांग की स्थिति के आकलन के लिए एसआईआई को अभी कुछ इंतजार करना होगा.
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