Monsoon 2022 : कई राज्यों में भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं और वे मॉनसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच ताजा अपडेट यह है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बंगाल की खाड़ी के रास्ते पूर्वोत्तर भारत में दाखिल हो गया है और आगामी दो दिनों में असम व मेघालय में भारी बारिश की संभावना है. भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, बंगाल की खाड़ी के उत्तरपूर्व और पूर्व मध्य हिस्सों के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है साथ ही यह मिजोरम, मणिपुर और नगालैंड के अधिकतर हिस्सों तक पहुंच चुका है.
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले अगले पांच दिनों तक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तरी अंदरुनी कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के छिटपुट इलाकों में बारिश हो सकती है. वहीं, पश्चिमोत्तर भारत में अधिकतम तापमान में वृद्धि हो रही है और मौसम कार्यालय ने अगले दो दिन के लिए राजस्थान, दक्षिण पंजाब और दक्षिण हरियाणा में लू चलने की चेतावनी जारी की है.
छत्तीसगढ़ में 6 जून की बजाय 10 जून के आस-पास मॉनसून दस्तक दे सकता है. प्रदेश में 10 जून तक रायपुर संभाग तक मानसून की बारिश होने के आसार मौसम विभाग ने व्यक्त किये हैं. वहीं उत्तर छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग में 15 जून तक मानसून की बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग की मानें तो, दिल्ली, यूपी, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और आस-पास के राज्यों में 25 जून तक मॉनसून पहुंच सकता है. वहीं, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार में 15 जून के आस-पास मॉनसून के पहुंचने का अनुमान है. वहीं महाराष्ट्र एवं पश्चिम बंगाल में 10 जून तक मॉनसून के दस्तक देने की संभावना है.
झारखंड में मॉनसून के 10 से 12 जून तक प्रवेश करने की पूरी संभावना है. बंगाल की खाड़ी से चली मॉनसून की हवा बादल के साथ नगालैंड पहुंच गयी है. इसके पांच से छह जून तक सिक्किम व दार्जिलिंग के पहुंचने की पूरी उम्मीद है. धीरे-धीरे यह पश्चिम बंगाल होते हुए बिहार व झारखंड में प्रवेश कर जायेगा.
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मौसम कार्यालय ने सोमवार को बताया कि इस साल मॉनसून सामान्य रहने की उम्मीद है. आईएमडी के मुताबिक पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण पश्चिमी प्रायद्वीप के सबसे निचले इलाके को छोड़कर इसबार मानसूनी बारिश का वितरण पूरे देश में समान रहेगा. गौरतलब है कि मौसम विभाग ने 29 मई को ही केरल में मानसून आने की घोषणा कर दी जबकि सामान्य तौर पर एक जून को मॉनसून केरल पहुंचता है.
वहीं, बुधवार को मॉनसून कर्नाटक के बेंगलुरु, चिकमंगलुरु और करवार तक पहुंच चुका था. भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप की ओर अरब सागर से आ रहे मानसूनी हवाओं के मद्देनजर मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक कर्नाटक के तटीय और दक्षिणी अंदरुनी इलाकों, केरल, माहे और लक्षद्वीप में बारिश होने की संभावना जताई है.
भाषा इनपुट के साथ