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Monsoon 2023: बिहार, झारखंड और यूपी में इस दिन से होगी मानसून की बारिश, देखें अन्य राज्यों का हाल

Monsoon 2022 Tracker भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वेबसाइट के अनुसार झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा में 15 जून तक मानसून के प्रवेश की उम्मीद की जा रही है. इसके अलावा मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में भी 15 जून तक मानसून के आगमन की संभावना जतायी जा रही है.

By ArbindKumar Mishra | June 10, 2023 3:29 PM

Monsoon 2022 Tracker गर्मी से परेशान लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है. मानसून भारत पहुंच चुका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने केरल में मानसून के आगमन की घोषणा कर दी है. कई राज्यों में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है, बस लोगों को मानसून का इंतजार है. तो हम यहां आपको बताने वाले हैं कि देश अलग-अलग राज्यों में मानसून का आगमन कब हो सकता है.

बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में इस दिन होगा मानसून का आगमन

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वेबसाइट के अनुसार झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा में 15 जून तक मानसून के प्रवेश की उम्मीद की जा रही है. इसके अलावा मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में भी 15 जून तक मानसून के आगमन की संभावना जतायी जा रही है.

पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और तेलंगाना में 10 जून को मानसून के पहुंचने की उम्मीद

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और तेलंगाना में 10 जून को मानसून 2023 के पहुंचने की उम्मीद की जा रही है. इस राज्यों में अगले दो दिनों के बाद झमाझम बारिश हो सकती है.

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मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में इस दिन होगा मानसून का आगमन

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान के कुछ हिस्सों में 20 जून को मानसून के आगमन की संभावना जतायी जा रही है. हालांकि मौसम विभाग के वेबसाइट के अनुसार उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में मानसून 25 जून तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है.

पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में इस दिन होगा मानसून का आगमन

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार पंजाब,हरियाणा और राजस्थान में मानसून का आगमन 30 जून को हो सकता है. हालांकि राजस्थान के कुछ हिस्सों में 5 जुलाई तक मानसून के पहुंचने की उम्मीद की जा रही है.

पिछले 150 साल में मानसून आने की तारीख में व्यापक बदलाव

मौसम विभाग के अनुसार पिछले करीब 150 साल में केरल में मानसून आने की तारीख में व्यापक बदलाव देखा गया है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार 11 मई, 1918 को यह सामान्य तारीख से सबसे अधिक दिन पहले आया था और 18 जून, 1972 को इसमें सर्वाधिक देरी हुई थी. दक्षिण-पूर्वी मानसून ने पिछले साल 29 मई को, 2021 में तीन जून को, 2020 में एक जून को, 2019 में आठ जून को और 2018 में 29 मई को केरल में दस्तक दी थी.

मानसून में देरी के बावजूद भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना

अनुसंधान दिखाते हैं कि केरल में मानसून के देरी से आने से यह जरूरी नहीं है कि उत्तर पश्चिमी भारत में भी मानसून की आवक में देरी हो. वैज्ञानिकों के अनुसार, केरल में मानसून में देरी का पूरे मौसम में देशभर में कुल वर्षा पर भी असर नहीं होता. आईएमडी ने पहले कहा था कि अल-नीनो की स्थिति विकसित होने के बावजूद दक्षिण-पश्चिमी मानसून के मौसम में भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना है.

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