राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने महंगाई और कई जरूरी खाद्य वस्तुओं को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाए जाने के विरोध में बुधवार को संसद भवन परिसर में धरना दिया. इन सांसदों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया. इन लोगों ने एक बैनर भी ले रखा था जिस पर गैस सिलेंडर की तस्वीर थी और लिखा था ‘‘दाम बढ़ने से आम नागरिकों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, वे कैसे जीवन यापन करेंगे?
#WATCH Opposition MPs protest in Parliament against the Central government over inflation and recent GST hike on some essential items pic.twitter.com/rgpYrHjlZo
— ANI (@ANI) July 20, 2022
इस मौके पर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कई दलों ने प्रदर्शन किया है आज आटा, दही और कई अन्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं. आम लोगों के ऊपर इस सरकार ने अत्यचार किया है. इसके खिलाफ हम विरोध करेंगे. विपक्षी दलों ने मंगलवार को भी इसी विषय पर संसद परिसर में धरना दिया था और दोनों सदनों में हंगामा किया था जिस कारण कार्यवाही बाधित हुई थी. जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गईं. इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं, जिन पर पांच प्रतिशत जीएसटी देना होगा.
इस बीच, भाजापा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राजनीतिक रूप से अनुपयोगी हो सकते हैं लेकिन उन्हें विधायिका के कामकाज पर अंकुश लगाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. बताते चले कि संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ है लेकिन कुछ खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाए जाने और बढ़ती महंगाई जैसे मुद्दों पर कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों के विरोध के चलते दोनों सदनों में अब तक कामकाज सुचारू रूप से नहीं हो सका है. सरकार और विपक्ष दोनों ने एक दूसरे पर देश से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया है.
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लोकसभा में कांग्रेस, द्रमुक सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने महंगाई, जीएसटी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर मंगलवार को भारी शोर-शराबा किया जिसके कारण कार्यवाही शुरू होने के करीब 15 मिनट बाद अपराह्न 2 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गई. विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण संसद के मॉनसून सत्र में लगातार तीसरे दिन निचले सदन में प्रश्नकाल बाधित रहा.
(इनपुट- भाषा)