हंगामेदार होगा संसद का मानसून सत्र, 16 जुलाई को कांग्रेस की अहम बैठक, सवालों और मुद्दों पर होगी चर्चा
Monsoon Session of Parliament: संसद का मानसून सत्र इस बार काफी हंगामेदार हो सकता है. इस सत्र में सरकार समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए विधेयक ला सकती है. इसके अलावा दिल्ली में सेवा विवाद को लेकर भी सरकार विधेयक पेश कर सकती है. सत्र को लेकर कांग्रेस 16 जुलाई को अहम बैठक कर रही है.
Monsoon Session of Parliament: संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हो रहा है. संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति ने सत्र की तारीखों का ऐलान कर दिया है. तिथि तय हो जाने के बाद विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने भी तैयारी शुरू कर दी है. संसद के आगामी मानसून सत्र में विपक्षी कांग्रेस की ओर से उठाए जाने वाले सवालों और मुद्दों पर चर्चा के लिए कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक हो रही है. यह बैठक कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर 16 जुलाई को होगी. इस बैठक में विपक्ष सरकार को घेरने के मुद्दों पर चर्चा करेगी.
20 जुलाई से 11 अगस्त तक चलेगा मानसून सत्र
संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से 11 अगस्त तक चलेगा. केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसकी घोषणा की है. वहीं, इस बार का मानसून सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है. मणिपुर हिंसा, यूसीसी समेत कई और मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. गौरतलब है कि विपक्ष लगातार यूजीसी और मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार पर निशाना साध रहा है.
इस सत्र में कुल 17 बैठकें होंगी
20 जुलाई से शुरु होने वाले मानसून सत्र में कुल 17 बैठकें होंगी. केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अपने ट्विटर हैंडल पर सत्र को लेकर लिखा है कि संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगा. मानसून सत्र कुल 23 दिन तक चलेगा. जिसमें कुल 17 बैठकें होंगी. अपने ट्विटर पर केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अपील की है सत्र को सफलतापूर्वक चलाने में सभी पार्टियां पूरा योगदान देंगी. बता दें, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले यह अंतिम मानसून सत्र होगा.
मानसून सत्र में जोरदार हंगामे के आसार
संसद का मानसून सत्र इस बार काफी अहम होगा. इस बार संसद का मानसून सत्र संसद के नये भवन में होगा. इस सत्र में सरकार समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए विधेयक ला सकती है. हालांकि समान नागरिक संहिता विधेयक को लेकर सदन में हंगामा होने के पूरे आसार हैं. इसके अलावा दिल्ली में सेवा विवाद को लेकर जो सरकार विधेयक पेश कर सकती है. इसपर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष में हंगामा हो सकता है.