Monsoon Session of Parliament: संसद के मॉनसून सत्र के दौरान आज एक बार फिर सदन की कार्रवाही शुरू हुई है. लेकिन राज्यसभा में एक बार फिर जया बच्चन को लेकर राज्यसभा बवाल हो गया. दरअसल घनश्याम तिवाड़ी ने LOP यानी नेता विपक्ष पर कुछ दिन पहले असंसदीय टिप्पणी की थी. इस पर पर विपक्ष की तरफ से उन्हें नोटिस दिया गया था. विपक्ष ने आज जब उस मुद्दे को उठाया तो इसी दौरान जया बच्चन पर चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने टिप्पणी की जिसके बाद विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉक आउट किया.
जया बच्चन ने जताई आपत्ति
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के साथ अपने शब्दों के आदान-प्रदान पर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन का कहना है, “मैंने सभापति द्वारा इस्तेमाल किए गए लहजे पर आपत्ति जताई. हम स्कूली बच्चे नहीं हैं. हममें से कुछ वरिष्ठ नागरिक हैं. मैं इससे परेशान थी.” स्वर और विशेष रूप से जब विपक्ष के नेता बोलने के लिए खड़े हुए, तो उन्होंने माइक बंद कर दिया, आप ऐसा कैसे कर सकते हैं? आपको विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति देनी होगी. मेरा मतलब है कि हर बार असंसदीय शब्दों का उपयोग करना, जो मैं नहीं करता आप सबके सामने कहना चाहता हूं कि आप उपद्रवी हैं, ‘बुद्धिहीन’ यह मेरा पांचवां कार्यकाल है. मुझे पता है कि मैं क्या कह रहा हूं. जिस तरह से इन दिनों संसद में बातें हो रही हैं, पहले कभी किसी ने नहीं कहा”
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा- विपक्ष के नेता का अपमान
कांग्रेस नेता जयराम रमेश का कहना है, ”घनश्याम तिवारी ने बार-बार सदन में विपक्ष के नेता का खुलेआम अपमान किया है. आज कहा गया कि घनश्याम तिवारी सभापति (राज्यसभा के सभापति) से मिलने आए और मल्लिकार्जुन खड़गे की तारीफ की. हमने मांग की है कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से आसन से जो कहा है, उसे सदन में भी कहा जाना चाहिए. वह (राज्यसभा अध्यक्ष) बार-बार मुझे रोकते रहे, मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन विपक्ष के नेता का अनादर किया गया है और एक संवैधानिक पद का अपमान किया गया है.”