’21वीं सदी में नया चक्रव्यूह तैयार हुआ’, राहुल गांधी के बयान पर लोकसभा में जोरदार हंगामा

Monsoon Session of Parliament: संसद के मानसून सत्र के 6वें दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है.

By Aman Kumar Pandey | July 30, 2024 5:35 AM
an image

Monsoon Session of Parliament: संसद के मॉनसून सत्र के 6वें दिन की कार्यवाही जारी है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा, “देश में डर का माहौल है” चक्रव्यूह में देश को फंसाया गया. आज भी चक्रव्यूह में 6 लोग है. 21वीं सदी में नया चक्रव्यूह तैयार हुआ.

21वीं सदी में बना नया चक्रव्यूह – राहुल गांधी

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “हजारों साल पहले, कुरूक्षेत्र में छह लोगों ने अभिमन्यु को ‘चक्रव्यूह’ में फंसाया और उसे मार डाला. मैंने थोड़ा शोध किया और पता चला कि ‘चक्रव्यूह’ को ‘पद्मव्यूह’ के नाम से भी जाना जाता है।” ‘ जिसका अर्थ है ‘कमल निर्माण’। ‘चक्रव्यूह’ कमल के आकार का है। 21वीं सदी में एक नया ‘चक्रव्यूह’ रचा गया है. वह भी कमल के रूप में अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वही भारत के साथ किया जा रहा है – युवा, किसान, महिलाएं, छोटे और मध्यम व्यवसाय आज भी ‘चक्रव्यूह’ के केंद्र में छह लोग हैं. आज भी छह लोग नियंत्रण करते हैं, नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजीत डोभाल, अंबानी और अडानी।” स्पीकर ओम बिरला के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने कहा, ” अगर आप चाहें तो मैं एनएसए, अंबानी और अडानी का नाम छोड़ दूंगा और सिर्फ 3 नाम लूंगा।”

लोकसभा में राहुल गांधी बोले- चक्रव्यूह ने भारत पर कब्जा किया

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी कहते हैं, “जिस ‘चक्रव्यूह’ ने भारत पर कब्जा कर लिया है, उसके पीछे 3 ताकतें हैं। 1) एकाधिकार पूंजी का विचार – कि 2 लोगों को संपूर्ण भारतीय संपत्ति का मालिक होने की अनुमति दी जानी चाहिए। तो, इसका एक तत्व ‘चक्रव्यूह’ वित्तीय शक्ति के केंद्रीकरण से आ रहा है 2) इस देश की संस्थाएं, एजेंसियां, सीबीआई, ईडी, आईटी, 3) राजनीतिक कार्यपालिका ये तीनों मिलकर ‘चक्रव्यूह’ के केंद्र में हैं और उन्होंने तबाह कर दिया है यह देश।”

अभिमन्यू को चक्रव्यूह में फंसाया गया उसी तरह… : राहुल गांधी

लोकसभा में बजट पर बोलते हुए राहुल गांधी ने अभिमन्यू को चक्रव्यूह में फंसाकर मारे जाने की घटना का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जो अभिमन्यू के साथ किया गया था, ठीक वही देश के लोगों के साथ किया जा रहा है. चक्रव्यूह का एक और रूप होता है पद्मव्यूह जो लोटस की तरह नजर आता है, जिसे मोदीजी अपने सीने पर लगाकर चलते हैं. इस लोटसव्यूह को मोदीजी, अमित शाहजी, मोहन भागवत जी के अलावा अजित डोभाल जी, अंबानीजी, अडानी जी कंट्रोल कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष के इतना कहते ही लोकसभा में हंगामा शुरू हो गया.

राज्यसभा में 3 UPSC अभ्यर्थियों की मौत पर चर्चा होगी

राज्यसभा में दिल्ली छात्रों का मुद्दा उठा. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ कहते हैं, “मुझे नियम 267 के तहत नोटिस मिला है. उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही के कारण दिल्ली में यूपीएससी उम्मीदवारों की दुखद मौत पर चर्चा की मांग की है. मुझे लगता है कि युवा जनसांख्यिकीय लाभांश देश को आगे बढ़ाना है, मैंने पाया कि कोचिंग वस्तुतः व्यापार बन गया है, जब भी हम अखबार पढ़ते हैं, तो पहले एक या दो पन्ने उनके विज्ञापनों के होते हैं.”

Exit mobile version