अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा में कल यानी शनिवार को धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी ने इसके लिए दोनों सदनों में अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी कर दिया है. अपने व्हीप में बीजेपी ने कहा है कि कुछ जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, इस पर समर्थन के लिए सभी सांसद 10 फरवरी को सदन में मौजूद रहने को कहा गया है. गौरतलब है कि बीते महीने यानी 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया था. जिसमें पीएम मोदी समेत देश के कई जाने माने लोग मौजूद थे.
पीएम मोदी करेंगे संबोधित
राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीएम मोदी शाम पांच बजे सदन में बोल सकते हैं. धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन को पीएम कर सकते हैं संबोधित.इसके लिए पहले ही बीजेपी सांसदों को व्हिप जारी कर सदन में उपस्थित रहने को कहा गया है.
लाखों लोग कर चुके हैं रामलला के दर्शन
गौरतलब है कि प्राण प्रतिष्ठा के दो हफ्ते के अंदर 30 लाख से ज्यादा लोगों ने रामलला के दर्शन कर लिया. अभी भी देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में लो आकर रामलला के दर्शन कर रहे हैं. श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ छुट्टी वाले दिन यानी रविवार और शनिवार को हो रही है. रामलला का दर्शन अधिक से अधिक भक्त कर सकें इसलिए राम मंदिर को रोजाना 15 घंटे खोला जा रहा है. सुबह 6:30 बजे से शुरू होने वाले दर्शन का सिलसिला रात दस बजे शयन आरती के बाद ही रुकता है. वहीं, भीड़ को नियंत्रित करने लिए प्रशासन को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
तेजी से चल रहा है राम मंदिर का निर्माण
अयोध्या में राम मंदिर के अधूरे निर्माण को अब तेजी से पूरा किया जा रहा है. राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र ने निर्माण को लेकर बीते दिनों कहा था कि नृपेंद्र मिश्र ने दूसरे फेज के निर्माण कार्यों को गति बढ़ाने पर मंथन किया है. तय हुआ है कि मालवाहक वाहनों को रात में एंट्री दिया जाएगा ताकि दिन में श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो. सप्त मंडपम, यज्ञशाला, एसटीपी, ऑडिटोरियम का काम भी जल्द शुरू करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि राम मंदिर के ऊपरी तलों, आयताकार परकोटे और इस परिसर के अन्य देवालयों का निर्माण किया जाना बाकी है और मंदिर का सारा काम संभवतः वर्ष 2025 के मध्य या 2025 की समाप्ति तक पूरा होने का अनुमान है.