कड़कनाथ (Kdaknath) मुर्गे-मुर्गी…जिसके दीवाने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (Mahendra Singh Dhoni) भी हैं…उसको लेकर एक बुरी खबर आ रही है. दरअसल धौनी ने अपने पोल्ट्री फार्म में कड़कनाथ मुर्गे-मुर्गी पाले थे, लेकिन जहां से उन्होंने कड़कनाथ चूजे (बच्चे) का ऑर्डर दिया था वहां बर्ड फ्लू ने पांव पसार लिये हैं.
खबरों की मानें तो मध्य प्रदेश के झाबुआ के कड़कनाथ मुर्गे बर्ड फ्लू से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है. इनकी चपेट में वह 2000 चूजे भी आ गए जिनका ऑर्डर धौनी ने झाबुआ के एक पॉल्ट्री फॉर्म को देने का काम किया था. यहां चूजों को मारने तक की नौबत आ चुकी है. कड़कनाथ मुर्गे के मीट की बात करें तो यह बहुत महंगे होते हैं. देश का सबसे महंगा अंडा भी कड़कनाथ का ही है. आपको बता दें कि धौनी ने फार्मिंग और डेयरी का कारोबार भी शुरू किया है.
कालामासी भी कहा जाता है कड़कनाथ को : झाबुआ मूल के कड़कनाथ मुर्गे को स्थानीय जुबान में लोग “कालामासी” भी कहते हैं. इसकी त्वचा और पंखों से लेकर मांस तक का रंग काला होता है. देश की जियोग्राफिकल इंडिकेशन्स रजिस्ट्री “मांस उत्पाद तथा पोल्ट्री एवं पोल्ट्री मीट” की श्रेणी में कड़कनाथ चिकन के नाम भौगोलिक पहचान (जीआई) का चिन्ह भी पंजीकृत कर चुकी है.
Also Read: अपने फार्म की स्ट्रॉबेरी खाते हुए धौनी ने शेयर किया वीडियो, कहा…तो बाजार के लिए नहीं बचेगा
चर्बी और कोलेस्ट्रॉल काफी कम : दूसरी प्रजातियों के चिकन के मुकाबले कड़कनाथ के काले रंग के मांस में चर्बी और कोलेस्ट्रॉल काफी कम होता है, जबकि इसमें प्रोटीन की मात्रा अपेक्षाकृत कहीं ज्यादा होती है.
इसमें पाए जानें वाले पोषक तत्व : इस मुर्गे में विटामिन बी-1, बी-2, बी-6, बी-12, सी, ई, नियासिन, कैल्शियम, फास्फोरस और हीमोग्लोबिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
इससे जुड़ी कुछ रोचक बातें
– इसका खून, हड्डियां और सम्पूर्ण शरीर काला होता है.
– यह दुनिया में केवल मध्यप्रदेश के झाबुआ और अलीराजपुर में पाया जाता है.
Posted By : Amitabh Kumar