13 फरवरी से आम लोगों के लिए खुलेगा मुगल गार्डन, प्रवेश के लिए कराएं ऑनलाइन बुकिंग
13 February, Mughal Gardens, Online booking : नयी दिल्ली : मुगल गार्डन शनिवार यानी 13 फरवरी से आम लोगों के लिए खुलेगा. आगंतुकों को पहले ही ऑनलाइन बुकिंग कराने पर ही मुगल गार्डन में प्रवेश दिया जायेगा.
नयी दिल्ली : मुगल गार्डन शनिवार यानी 13 फरवरी से आम लोगों के लिए खुलेगा. आगंतुकों को पहले ही ऑनलाइन बुकिंग कराने पर ही मुगल गार्डन में प्रवेश दिया जायेगा.
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कोरोना वायरस की महामारी के बीच वार्षिक ‘उद्यानोत्सव’ की भी शुरुआत हो जायेगी.
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मुगल गार्डन में जाने के लिए लोगों को राष्ट्रपति संपदा के प्रवेश द्वार संख्या 35 से प्रवेश मिलेगा.
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नॉर्थ एवेन्यू के करीब है आम लोगों का प्रवेश द्वार.
ऑनलाइन बुकिंग के लिए यहां क्लिक करें…
राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव कीर्ति तिवारी ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति भवन के मशहूर उद्यान को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 13 फरवरी को आम जनता के लिए खोलेंगे. इस दौरान लोगों को उद्यान में हजारों फूल एवं पौधे देखने को मिलेंगे, जिनमें गुलाब से लेकर कमल के फूल शामिल हैं.
राष्ट्रपति भवन ने कहा है कि, ”मुगल गार्डन आम जनता के लिए 13 फरवरी, 2021 से सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक खुला रहेगा.” हालांकि, रखरखाव के लिए सोमवार को मुगल गार्डन आम जनता के बंद रहेगा.
बयान में कहा गया है कि पहले बुकिंग करानेवालों के लिए सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे को एक-एक घंटे के सात ‘स्लॉट’ (खंड) में बांटा गया है एवं अंतिम प्रवेश शाम चार बजे मिलेगा. एक स्थान पर पांच से अधिक लोगों के जमा होने की अनुमति नहीं होगी और सामाजिक दूरी का अनुपालन करना होगा.
राष्ट्रपति भवन ने कहा है कि, ”प्रत्येक स्लॉट में अधिकतम 100 लोगों को प्रवेश दिया जायेगा और आगंतुकों को कोविड-19 प्रोटोकॉल जैसे सामाजिक दूरी एवं मास्क पहनने आदि का अनुपालन करना होगा. प्रवेश द्वारा पर आगंतुकों के शरीर के तापमान की जांच होगी.”
बयान के मुताबिक, उद्यान के हिस्सों में लोगों के जाने पर रोक नहीं होगी और वे आयताकार, लंबे एवं गोलाकार हिस्से में जा सकेंगे. साथ ही वे आध्यात्मिक, जड़ी-बूटी एवं बोनजाइ गार्डन में भी जा सकेंगे. तिवारी ने कहा कि कोविड-19 की बीमारी के लिहाज से संवेदनशील लोगों को दूर रहने की सलाह दी जाती है.
उन्होंने कहा, ”यह खूबसूरत स्थान है और आपको तरह-तरह के फूल देखने को मिलेंगे. पेड़-पौधे देखने लायक हैं. कोरोना वायरस के दौर में मेरा मानना है कि रंग-बिरंगे फूल लोगों को बड़ी उम्मीद देते हैं.” तिवारी ने कहा कि महामारी की वजह से लोगों की संख्या सीमित करना मजबूरी थी.