भारत के सबसे बड़े कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर के बाहर स्कॉर्पियों में मिले विस्फोटकों की गुत्थी और उलझती जा रही है. मुकेश अंबानी के आवास के बाहर विस्फोटक के साथ मिले वाहन के मालिक मनसुख हीरेन (Mansukh Hiren Death) की मौत के बाद मामला और भी पेचीदा होता जा रहा है. इस बीच महाराष्ट्र एटीएस ने मामले में हत्या का केस दर्ज किया है. महाराष्ट्र गृह विभाग के आदेश पर एटीएस ने प्राथमिकी दर्ज की है.
इस बीच, मनसुख की प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आयी है. रिपोर्ट के मुताबिक, मनसुख की बॉडी 10 घंटे तक पानी में पड़ी रही थी. चेहरे और पीठ पर चोट के निशान भी मिले हैं. उनका विसरा फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया है. मनसुख (46) ठाणे में शुक्रवार सुबह मृत पाये गये थे. इससे पहले, हीरेन ने महाराष्ट्र के सीएम और गृह मंत्री को पत्र लिख कर आरोप लगाया था कि पुलिस और मीडिया द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है.
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वहीं मीडिया में चल रही खबरों की माने तो मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिले इस संदिग्ध स्कॉर्पियो से जुड़े कार पार्ट्स डीलर हिरेन मनसूख ने मौत से पहले पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्हें पुलिस अधिकारियों और पत्रकारों द्वारा परेशान किया जा रहा है. अंबानी के घर मिले संदिग्ध वाहन में उस वक्त बड़ा मोड़ आया, जब 45 वर्षीय मनसूख का शव मुंबई के ठाणे में नदी किनारे बरामद हुआ था. सूत्रों का यह भी कहना है कि इस बात की भी आशंका है कि नदी में फेंकने से पहले हिरन की हत्या कर दी गई थी.
पहले उनकी आत्महत्या की बात कही जा रही थी फिर शरीर पर मिले चो के निशान के बाद हत्या की बात सामने आयी. वहीं अगर खबरों की माने तो कहा जा रहा है कि हिरेन का मोबाइल लेकर हत्यारे वसई गए थे जहां पर पुलिस को फोन की आखिरी लोकेशन मिली थी. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने साढ़े ग्यारह बजे तक फोन ऑन रखा था और उसके बाद पुलिस को भटकाने के लिए इसे बंद कर दिया था.