करोड़ों रुपये की लूट के मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया की लाई डिटेक्टर टेस्ट को कोर्ट से अनुमति मिल गयी है. गुड़गांव कोर्ट ने एसटीएफ को आईपीएल अधिकारी धीरज की लाई डिटेक्टर टेस्ट करने का निर्देश दिया.
गुजरात के बजाय नयी दिल्ली में होगा पूर्व IPS का लाई डिटेक्टर टेस्ट
पूर्व आईएएस अधिकारी धीरज सेतिया की लाई डिटेक्टर टेस्ट गुजरात के बजाय नयी दिल्ली के फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) CBI में कराया जाएगा. सेतिया ने एक आवेदन देकर अनुरोध किया था कि उसका पॉलीग्राफी टेस्ट एक स्वतंत्र एजेंसी से कराया जाए. दूसरी ओर एसटीएफ ने आशंका जतायी थी कि अगर जांच दिल्ली-एनसीआर में की गयी, तो आरोपी नतीजों को प्रभवित कर सकता है.
कोर्ट ने निलंबित आईएएस अधिकारी के अनुरोध को स्वीकार किया
कोर्ट ने निलंबित आईएएस अधिकारीर के अनुरोध को स्वीकार किया और कहा, अभियोजन पक्ष की ओर से जो आशंका व्यक्त की गयी है, वह पूरी तरह से अलग नहीं है. कोर्ट ने कहा, आरोपी जब 11 और 12 जुलाई को एफएसएल गांधीनगर गया, तो उसे अपने वकील की उपस्थिति में पॉलीग्राफी टेस्ट की अनुमति नहीं दी गयी थी.
लाई डिटेक्टर टेस्ट के दौरान मौजूद रहेंगे आरोपी अधिकारी के वकील
निलंबित आईएएस अधिकारी के लाई डिटेक्टर टेस्ट के दौरान आरोपी आईएएस अधिकारी धीरज सेतिया के साथ उनके वकील बगल के कमरे में मौजूद रहेंगे. हालांकि पूछताछ के दौरान वकील को उपस्थित रहने की अनुमति नहीं दी गयी है. बताया जा रहा है, आरोपी आईएएस अधिकारी को एक साउंडप्रूफ कमरे में बैठाया जाएगा और वकील केवल उसे देख पायेंगे. हालांकि आरोपी अधिकारी अपने वकील को नहीं देख पायेगा.
आरोपी आईएएस अधिकारी पर करोड़ों रुपये के लूटकांड को दबाने का आरोप
गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में चार करोड़ रुपये की लूट हुई थी. विकास लागरपुरिया गिरोह के सदस्य फ्लैट में दाखिल हुए और एक निजी कंपनी से करोड़ों रुपये की लूट कर ली. निलंबित आईएएस अधिकारी पर लूटकांड को दबाने का आरोप है.