मरीन ड्राइव जबरन वसूली मामला: इंस्पेक्टर नंदकुमार गोपाल और आशा कोर्के 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए
Marine Drive Extortion Case परमबीर सिंह वसूली मामले में गिरफ्तार महाराष्ट्र सीआईडी ने पुलिस इंस्पेक्टर नंदकुमार गोपाल और इंस्पेक्टर आशा कोर्के को दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
Marine Drive Extortion Case परमबीर सिंह वसूली मामले में गिरफ्तार महाराष्ट्र सीआईडी ने पुलिस इंस्पेक्टर नंदकुमार गोपाल और इंस्पेक्टर आशा कोर्के को दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मुंबई की एक कोर्ट ने शहर के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से जुड़े मरीन ड्राइव जबरन वसूली मामले में गिरफ्तार दो पुलिस अधिकारियों नंद कुमार गोपाल और आशा कोर्के को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है.
बीत दिनों परमबीर सिंह वसूली मामले में महाराष्ट्र सीआईडी ने पुलिस इंस्पेक्टर नंदकुमार गोपाल और इंस्पेक्टर आशा कोर्के को गिरफ्तार किया था. नंदकुमार गोपाल और आशा कोर्के को राज्य सीआईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था. घंटों पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों गिरफ्तार पुलिस अधिकारी पहले मुंबई अपराध शाखा में तैनात थे. इन दोनों के साथ ही शहर के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में जबरन वसूली का मामला दर्ज किया गया था.
Mumbai's Esplanade court sends police officials Nand Kumar Gopale and Asha Korke to judicial custody for 14 days in Marine Drive extortion case linked to former city police commissioner Param Bir Singh
— ANI (@ANI) November 16, 2021
नंदकुमार गोपाल और आशा कोर्के की गिरफ्तारी रियल एस्टेट डेवलपर श्यामसुंदर अग्रवाल द्वारा 22 जुलाई को जबरन वसूली के आरोप में मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में दायर एक शिकायत के संबंध में हुई है. जिसमें 15 करोड़ रुपये की जबरन वसूली का आरोप लगाया गया था. एफआईआर में परमबीर सिंह समेत सात अन्य के नाम हैं, जिनमें पांच पुलिस अधिकारियों के नाम शामिल हैं.
जांच के दौरान पुलिस ने अग्रवाल के पूर्व बिजनेस पार्टनर संजय पुनामिया और उसके सहयोगी सुनील जैन को गिरफ्तार किया था. प्राथमिकी में नामित पांच पुलिसकर्मियों की पहचान डीसीपी अपराध शाखा अकबर पठान, सहायक पुलिस आयुक्त श्रीकांत शिंदे, एसीपी संजय पाटिल, निरीक्षक आशा कोर्के और अपराध शाखा निरीक्षक नंदकुमार गोपाल के रूप में हुई है. बताया गया है कि मरीन ड्राइव थाने में दर्ज जबरन वसूली मामले की जांच के दायरे को बढ़ाते हुए इसकी जांच एसआईटी से राज्य सीआईडी को स्थानांतरित कर दी गई थी.
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ ठाणे कोर्ट ने हाल ही में गैर जमानती वारंट जारी किया था. पुलिस ने कोर्ट में आवेदन दायर करते हुए कहा था कि उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाए क्योंकि उनके खिलाफ दर्ज वसूली के मामले में वो फरार हैं और समन पर पूछताछ के लिए हाजिर भी नहीं हो रहे हैं.
Also Read: शीना बोरा हत्याकांड: मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की जमानत याचिका बॉम्बे हाईकोर्ट ने की याचिका