Mumbai News: महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे 300 एमएलए और एमएलसी को मुंबई में फ्लैट देने की घोषणा कर फंस गए है. सीएम ठाकरे की योजना थी कि जो लेजिस्लेटर ग्रामीण इलाकों से हैं उन्हें इस सुविधा का लाभ दिया जाएगा. हालांकि, उनकी इस घोषणा का एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने विरोध किया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा कि महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) ने यह फैसला लिया है. लेकिन, मैं व्यक्तिगत रूप से इसका विरोध करता हूं. वह बात अलग है कि Mhada द्वारा बनाए गए घरों में विधायकों को अलग कोटा दिया जा सकता है.
महाराष्ट्र के 300 विधायकों को मुंबई में फ्लैट देने की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की घोषणा पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने हवा के रुख को भांपते हुए यूटर्न लिया है. शरद पवार ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से वे इस फैसले के खिलाफ है. कई महीने से हड़ताल कर रहे राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों ने इस पर सवाल उठाए हैं.
विपक्ष का आरोप है कि सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के विधायकों को प्रलोभन दे रहे हैं. बीजेपी (BJP) नेता राम कदम ने कहा कि सरकार को सेना के जवानों की विधवाओं और कोरोना काल (Corona Crisis) में जान गंवाने वाले कोविड योद्धाओं के परिजनों को घर देना चाहिए. बीजेपी ने कहा है कि उद्धव ठाकरे महाविकास अघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi Government) बचाने के लिए विधायकों को लालच दे रहे हैं.
वहीं, सोशल मीडिया (Social Media) पर भी उद्धव ठाकरे के इस फैसले का विरोध हो रहा है. लोगों को कहना है कि जो पहले से ही करोड़पति हैं, उनको घर भी दिया जा रहा है. कई लोगों ने यह भी कहा कि विधायक 5 साल के लिए चुने जाते हैं, जीवन पर्यंत विधायक नहीं रहते.
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