मुंबई/बेंगलुरु: महाराष्ट्र और कर्नाटक में गणेश उत्सव पर पाबंदियों की वजह से गणपति पूजा (Ganapati Puja) के आयोजकों और हिंदू समाज के कई संगठनों में नाराजगी देखी जा रही है. राजनीतिक दलों के बाद अब धार्मिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. मुंबई (Mumbai) में हालांकि अभी तक कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं हुआ है, लेकिन कर्नाटक के बेंगलुरु (Bengaluru) शहर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया है.
दरअसल, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के बाद अब मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने भी कह दिया है कि पंडाल में जाकर लोग गणपति के दर्शन (Ganapati Darshan) नहीं कर पायेंगे. बीएमसी की तरह मुंबई पुलिस ने भी आयोजकों से कहा है कि वे गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के अवसर पर वे गणपति के डिजिटल दर्शन की व्यवस्था करें. मुंबई पुलिस ने गुरुवार (9 सितंबर) को इस संबंध में एक आदेश भी जारी कर दिया.
Mumbai Police issues an order, prohibiting darshan of Ganapati idols in pandals on the occasion of Ganesh Chaturthi; says organizers should arrange digital darshan
— ANI (@ANI) September 9, 2021
दूसरी तरफ, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भी गणेश पूजा (Ganesh Puja) के दौरान कई पाबंदियां लगा दी गयीं हैं. इससे बेंगलुरु गणेश उत्सव समिति (Ganesh Utsav Samiti) नाराज है. गुरुवार को बेंगलुरु गणेश उत्सव समिति ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल (Bajrang Dal) के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर प्रदर्शन किया. बीबीएमपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए इन लोगों ने गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2021) के समारोह पर लगी पाबंदियों का विरोध किया.
Also Read: कर्नाटक सरकार ने गणेश चतुर्थी के लिए जारी किए जरूरी दिशानिर्देश, जुलूस निकालने पर रोक
प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने कहा कि सरकार का आदेश तुगलकी फरमान है. कर्नाटक सरकार ने कहा है कि एक वार्ड में भगवान गणेश की एक ही प्रतिमा स्थापित की जा सकेगी. यह गलत है. भगवान गणेश के भक्तों की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है. इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.
Karnataka | Bengaluru Ganesh Utsava Samiti, along with members of VHP and Bajrang Dal, protest outside BBMP office against restrictions on Ganesh Chaturthi celebrations
"Govt has ordered to keep a single Ganesha idol in each ward. This is wrong," says a protester pic.twitter.com/a28RO4o1vN
— ANI (@ANI) September 9, 2021
सोशल मीडिया पर भी कर्नाटक और महाराष्ट्र सरकार के फैसले के खिलाफ लोग अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं. ट्विर पर एक शख्स ने लिखा है कि दर्शन नहीं कर सकते, कोई आ नहीं सकता, प्रसाद नहीं बांट सकते, तो परमिशन किस बात की दी है. ऑनलाइन दर्शन तो वर्ष 2019 के गणपति का भी यूट्यूब पर कर लेंगे.
Also Read: दिल्ली में सार्वजनिक रूप से गणेश चतुर्थी उत्सव मनाने पर रोक, नहीं बनेंगे पंडाल, नहीं लगेगा मेला
उल्लेखनीय है कि गणेश चुतर्थी पर पूरे देश में पूजा-अर्चना की जाती है, लेकिन महाराष्ट्र और कर्नाटक में बड़े पैमाने पर गणपति पूजा होती है. जिस तरह से कोलकाता की दुर्गा पूजा मशहूर है, उसी तरह मुंबई और बेंगलुरु का गणपति उत्सव प्रसिद्ध है.
Posted By: Mithilesh Jha