ट्रांसफर-पोस्टिंग मामला: महाराष्ट्र के पूर्व CM से 2 घंटे हुई पूछताछ, बोले- मैंने सभी सवालों के जवाब दिए
Maharashtra News ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में मुंबई की साइबर पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस से आज उनके आवास पर दो घंटे तक पूछताछ की.
Maharashtra Transfer Posting Case ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में मुंबई की साइबर पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस से आज उनके आवास पर दो घंटे तक पूछताछ की. महाराष्ट्र के पूर्व पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस की एक टीम ने ट्रांसफर, पोस्टिंग मामले में मेरा बयान दर्ज किया. मैंने सभी सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार पिछले 6 महीने से इस मामले को खारिज कर रही थी. मैं इस मामले का व्हिसलब्लोअर हूं.
ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर उठाए थे कई सवाल
बताया गया कि बीकेसी साइबर पुलिस की टीम रविवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस के आवास पर कथित गैर कानूनी फोन टैपिंग मामले में उनका बयान दर्ज करने के लिए पहुंची. बता दें कि मार्च 2021 में फडणवीस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर कई सवाल उठाए थे. ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत दायर किए गए मामले में मुंबई साइबर पुलिस ने देवेंद्र फडणवीस को समन भेजा था और उनसे आज बीकेसी पुलिस स्टेशन की पहली मंजिल पर स्थित साइबर पुलिस स्टेशन में उपस्थिति रहने को कहा गया था. हालांकि, बाद में मुंबई पुलिस की साइबर यूनिट फडणवीस के मलबार हिल में मौजूद सरकारी बंगले पर पहुंची और उनका बयान दर्ज किया.
फडणवीस ने ट्वीट कर ये कहा था….
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में ट्वीट कर कहा था कि उनके पास जॉइंट सीपी क्राइम का फोन आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे बीकेसी पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं है. टीम केवल आवश्यक जानकारी लेने घर आएगी. मैं अपने आवास पर रहूंगा. वे कभी भी आ सकते हैं. जय हिंद, जय महाराष्ट्र! पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पर आरोप है कि उन्होंने केंद्र सरकार के केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात कर पुलिस ट्रांसफर संबंधित कुछ सीक्रेट दस्तावेज केंद्रीय गृह सचिव को सौंपे थे. इसके बाद दो दिन के भीतर मुंबई पुलिस ने सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन मामले में देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है और अब तक इस मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से भी पूछताछ हो चुकी है.