ठाणे: भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है. मुंबई-अमहाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के बाद अब मुंबई-हैदराबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू हो गया है. महाराष्ट्र के ठाणे जिला के ग्रामीणों को सोमवार को प्रस्तावित मुंबई-हैदराबाद हाई-स्पीड रेल या बुलेट ट्रेन परियोजना के बारे में सूचित किया गया, जिसकी व्यवहार्यता का फिलहाल सर्वेक्षण किया जा रहा है.
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वह मुंबई-नासिक-नागपुर हाई स्पीड रेल के निर्माण की रफ्तार बढ़ाने में केंद्र सरकार की पूरी मदद करेंगे. उन्होंने पीएम मोदी से आग्रह किया है कि मुंबई से हैदराबाद के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन को जालना, नांदेड़, पुणे होते हुए औरंगाबाद के रास्ते चलायें.
In a letter to PM Narendra Modi, Maharashtra CM Uddhav Thackeray extends full cooperation in speeding up the work of Mumbai-Nashik-Nagpur high-speed rail, requests PM to connect Mumbai to Hyderabad via Jalna & Nanded & Pune to Aurangabad by high-speed trains pic.twitter.com/DWP51nRRrW
— ANI (@ANI) September 27, 2021
नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉरपोरेशन (NHSRC) के एक अधिकारी ने कहा कि अगर इस परियोजना को मंजूरी दे दी जाती है, तो हाई-स्पीड रेल लाइन महाराष्ट्र और तेलंगाना के 11 स्टेशनों के जरिये मुंबई, पुणे और हैदराबाद को जोड़ेगी.
ठाणे, नवी मुंबई, लोनावाला, पुणे, बारामती, पंढरपुर, सोलापुर, गुलबर्गा, विकाराबाद और हैदराबाद सहित कुल 10 स्टेशन
एनएचएसआरसी के उप महाप्रबंधक एनके पाटील ने ठाणे के डिप्टी कलेक्टर (भूमि अधिग्रहण) प्रशांत सूर्यवंशी और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में परियोजना पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी. उन्होंने बैठक में कहा कि 649.76 किलोमीटर का पूरा मार्ग ग्रीन कॉरिडोर होगा. फिलहाल डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने का काम चल रहा है.
उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन मुंबई और हैदराबाद के बीच यात्रा के समय को वर्तमान 14 घंटे से घटाकर केवल तीन घंटे कर देगी. प्रस्तावित परियोजना में ठाणे, नवी मुंबई, लोनावाला, पुणे, बारामती, पंढरपुर, सोलापुर, गुलबर्गा, विकाराबाद और हैदराबाद सहित कुल 10 स्टेशन शामिल हैं.
रेल लाइन 4 जिलों ठाणे, रायगढ़, पुणे और सोलापुर को कवर करेगी. ठाणे जिले में कुल 1200 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी. अधिकारियों ने कहा कि परियोजना के लिए आवश्यक भूमि के सर्वेक्षण के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
Posted By: Mithilesh Jha