दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन को लेकर भारत सरकार अलर्ट, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए जारी किए नए दिशानिर्देश

Mutated Corona Strains Reached India कोरोना वायरस (Coronavirus) के ब्राजील और साउथ अफ्रीकी वैरिएंट्स के मामले भारत में प्रवेश करने की सूचना पर केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गयी हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कई देशों में कोविड के नए म्युटेंट स्ट्रैन को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से परामर्श के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2021 9:56 PM

Mutated Corona Strains Reached India कोरोना वायरस (Coronavirus) के ब्राजील और साउथ अफ्रीकी वैरिएंट्स के मामले भारत में प्रवेश करने की सूचना पर केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गयी हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कई देशों में कोविड के नए म्युटेंट स्ट्रैन को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से परामर्श के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी इस नए दिशानिर्देश के अनुसार, यात्रा से पहले ऑनलाइन सुविधा पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरेशन फोर्म भरकर अपलोड करना होगा. कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य होगा और यह यात्रा से 72 घंटे पहले तक की ही होनी चाहिए. वहीं, रिपोर्ट की सत्यापित कॉपी डालनी अनिवार्य होगी, अगर यह रिपोर्ट गलत पाई जाती है तो कार्रवाई की जाएगी.

नए दिशानिर्देश में इसके साथ ही कहा गया है कि लोगों को सहमति पत्र भी अपलोड करनी होगी, इसके तहत भारत सरकार के क्वारेंटीन से लेकर अन्य प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. वहीं, निगेटिव रिपोर्ट से उन नागरिकों को छूट दी जाएगी जिनके परिवार में किसी की मौत हो गई हो.

इससे पहले, मीडिया रिपोर्ट में आईसीएमआर (ICMR) के डीजी बलराम भार्गव के हवाले से बताया गया है कि जनवरी में कोरोना वायरस के साउथ अफ्रीकी वेरिएंट सार्स-कॉव-2 से चार लोग संक्रमित पाए गए थे. वहीं, एक मरीज कोरोना के ब्राजीलियन संस्करण से संक्रमित मिला था. सभी पांचों मरीजों को क्वारेंटीन किया गया है. उन्होंने बताया कि अफ्रीकी स्ट्रेन से संक्रमित होने वाले मरीजों में एक अंगोला से, एक तंजानिया से और दो दक्षिणी अफ्रीका से लौटे थे.

बलराम भार्गव ने बताया कि कोरोना वायरस के ब्राजील संस्करण ने स्पाइक प्रोटीन के रिसेप्टर बाइंडिंग में म्यूटेशन दिखाया है. इसकी संचरण क्षमता काफी तेज है, जिसकी वजह से यह दुनिया के पंद्रह देशों में फैल चुका है. भारत में इसका एक मामला सामने आया है. फरवरी के पहले हफ्ते में ब्राजील से लौटे एक शख्स में कोरोना का यह स्ट्रेन पाया गया था. इसके अलावा इन सबसे पहले कोरोना के ब्रिटिश स्ट्रेन से भारत में कई लोग संक्रमित पाए गए थे.

वहीं, अभी तक 187 लोगों में कोरोना के ब्रिटिश संस्करण का संक्रमण मिलने की खबर सामने आयी है. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के अनुसार, ब्राजील और अफ्रीका से आने वाले यात्री गल्फ देशों से होकर आते हैं. ऐसे में सरकार इन देशों से आने वाले लोगों की पूरी जांच करने की तैयारी कर रही है.

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